बालोतरा जिले के मोकलसर निवासी रमेश बाफना ने कहा, बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र विस्तृत भू-भाग में फैला हुआ है। यहां बिजनस एवं उद्योग में विस्तार की खूब संभावनाएं हैं। यदि प्रोपर तरीके से योजना बनाकर काम किया जाएं तो यहां औद्योगिक इकाइयों की स्थापना कर क्षेत्र के लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है। सरकार की प्राथमिकता उद्योग स्थापित करने की दिशा में होनी चाहिए। इससे लोगों का जीवन स्तर उच्च हो सकेगा। प्रवासियों को विश्वास में लेकर सरकार को इस दिशा में सोचना चाहिए। बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग स्थानों पर बिजनस कर रहे हैं। उन्हें यदि अपनी जन्मभूमि में ही उद्योग स्थापित करने में वरीयता दी जाती है तो निश्चित ही इलाका और अधिक समृद्ध हो सकता है। इसके लिए पहले आधारभूत ढांचे को मजबूत करना होगा। दक्षिणी राज्यों से बालोतरा-बाड़मेर के लिए रेल कनेक्टिविटी में बढ़ोतरी करनी होगी। एयरपोर्ट की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में भी काम होना चाहिए। व्यापार बढ़ाने के लिए रेलवे एवं हवाई सेवा होने से तेजी से ग्रोथ होने की संभावनाएं रहती हैं।
कल्याणपुर निवासी योग विशेषज्ञ भंवरलाल आर्य ने कहा, बालोतरा-बाड़मेर की प्रतिभाएं देश में नाम कमा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। इलाके में कई कोचिंग सेंटर खुले हैं। ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र में और काम करने की जरूरत हैं ताकि आने वाले समय में यह इलाका भी कोटा-सीकर की तरह की एजुकेशन का हब बन सकें। यहां कई ऐसे कोचिंग सेन्टर भी चलाए जा रहे हैं जो बहुत रियायती दर पर शुल्क ले रहे हैं और कई प्रतिभावान बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने का काम भी कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों मेंं यहां के बच्चे नीट में लगातार चयनित हो रहे हैं और चिकित्सा की पढ़ाई पूरी करने के बाद एम्स एवं अन्य चिकित्सा संस्थानों में सेवाएं दे रहे हैं। पिछले एक-दो दशक में बाड़मेर लोक सभा क्षेत्र में विकास का काम अच्छा हुआ है। सड़कों की कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। केन्द्र की सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचा है। पहले पानी की भयंकर किल्लत थी। अब पेयजल समस्या का काफी हद तक निदान हो चुका है। इलाके में ट्यूबवेल आने से भी किसानों को फायदा मिला है। सिंचाई सुविधा बेहतर हुई है। हरियाली बढ़ी है। बालोतरा-बाड़मेर में ही इलाज की सुविधा भी समय पर मिलने से लोगों को अन्य स्थानों पर नहीं जाना पड़ रहा। इलाके में रिफाइनरी से लोगों को रोजगार मिला है।
रामजी का गोल निवासी नैनाराम विश्नोई ने कहा, किसानों की समस्याओं पर प्राथमिकता से ध्यान दिया जाना चाहिए। आज भी किसानों को सिंचाई के लिए समय पर बिजली नहीं मिल रही है। ऐसे में फसलों का नुकसान झेलना पड़ता है। किसानों को कम से कम 6 से 7 घंटे निर्बाध रूप से बिजली उपलब्ध कराई जानी चाहिए। आज भी केन्द्र की घर-घर पेयजल उपलब्ध कराने की योजना से क्षेत्र के गांव वंचित है। बाड़मेर-बालोतरा जिले के कई गांव-कस्बों तक यह योजना पहुंची ही नहीं है। पेयजल की समस्या का निराकरण जल्द किया जाना चाहिए। पानी के लिए आज भी लोगों को दर-दर भटकना पड़ रहा है। इसका निदान होना चाहिए। स्कूलों में शिक्षण की बेहतर व्यवस्था हो। सीबीएसई पैटर्न के आधार पर ही राज्य सरकार की स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया जाना चाहिए। चिकित्सा सेवाओं को और बेहतर बनाया जाना चाहिए ताकि लोगों को इलाज के लिए दूसरे शहरों की तरफ नहीं भागना पड़ें। रोजगार के साधनों में बढ़ोतरी की जानी चाहिए। स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन की दिशा में काम किया जाना चाहिए।
रमणिया निवासी पर्बतसिंह राजपुरोहित ने कहा, बालोतरा के आसपास के कई गांव-कस्बों में अनार ने लोगों के जीवन स्तर में सुधार ला दिया है। यह पिछले करीब 5-6 वर्षों मेंं देखने को मिल रहा है। दरअसल यह बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति से की जाने वाली खेती है। कुछ वर्षों की मेहनत के बाद इसके अच्छे रिजल्ट मिलने लगे हैं। पहले सामान्य खेती से किसानों का गुजर-बसर भी मुश्किल हो रहा था लेकिन जब से अनार की खेती की जाने लगी है तब से किसानों की जिंदगी में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अनार दिल्ली-अहमदाबाद समेत अन्य शहरो में बिक रहे हैं। एक्सपोर्ट भी किए जाने लगे हैं। इलाके में लगी रिफाइनरी का लाभ भी आसपास के लोगों को मिला है। हालांकि चिकित्सा सुविधाओं में अब भी सुधार की जरूरत है। बड़े इलाज के लिए आज भी जोधपुर या गुजरात जाना पड़ रहा है। घरों में बिजली कटौती की समस्या भी है। घरों में पानी आया है। घर-घर नल लगे हैं। सड़क की सुविधा बेहतर हुई है। सांडेराव-बालोतरा मार्ग समेत अन्य मार्गों पर अच्छी सड़कें देखने को मिल रही हैं। इससे आवागमन में सुविधा हुई है।