घबराहट व बेचैनी होने पर परिजन उसे खानपुर चिकित्सालय लाए यहां कार्यवाहक चिकित्सा प्रभारी डॉ. नरेन्द्र स्वामी ने प्राथमिक उपचार के लिए उसे वार्ड में भर्ती कर लिया लेकिन कुछ देर बार शरीर में सूजन आने पर उसे झालावाड़ रेफर कर दिया लेकिन 108 एंबुलेंस से
झालावाड़ पहुंचने से पहले ही बालक ने दम तोड़ दिया। मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर अस्पताल में चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक उसके पिता का इकलौता पुत्र था तथा गांव के ही सरकारी स्कूल में प्रथम कक्षा का छात्र था।
परिजनों ने एंबुलेंस कर्मियों पर लगाया लापरवाही का आरोप
परिजनों ने 108 एबुलेंस के स्टॉफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वार्ड पंच रामभरोस ने बताया कि खानपुर से झालावाड़ रेफर करने के दौरान एबुलेंस में बीच रास्ते में चालक व मेल नर्स आपस में बातें करते रहे तथा बालक की तबियत की भी जानकारी नहीं ली गई। उसके ऑक्सीजन नहीं लगाने से बीच रास्ते में ही मौत हो गई। इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी डॉ. नरेन्द्र स्वामी ने बताया कि 108 एबुलेंस के स्टॉफ को विशेष ट्रेनिंग देकर पाबन्द किया जाएगा।