जबलपुर। भगवान राम से जुड़ी हुई अनेक पौराणिक कथाएं आपने सुनी होंगी। रामनवमीं के अवसर पर हम आपको ऐसे फल के बारे में बता रहे हैं जिसे भगवान राम ने अपने 14 वर्ष के वनवास काल के दौरान खाया था और अब भी यह जंगल में ही मिलता है। इस आमतौर पर लोग रामफल के नाम से ही जानते हैं।
रामफपल के संबंध में बताया जाता है कि इसे वनवास काल के दौरान भगवान श्रीराम ने खाया था। इसी वजह से इसका नाम रामफल पड़ा। यह मीठा, खट्टा और कसेला फल होता है। कहा जाता है कि ये अनेक गंभीर बीमारियों को दूर करने में भी सहायक है। इसमें औषधिय गुण होने की वजह से इसे दवा के रूप में भी उपयोग किया जाता है।
इसे राम कंदमूल भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Annona reticulata है। अक्सर ये नर्मदा तटों पर मिलता है। बताया जाता है कि नर्मदा तट से लगे जंगलों में ये पाया जाता है। इसका आकार जंगली फलों से अलग काफी बड़ा होता है।
इसी प्रकार सीताफल को लेकर भी मान्यता है कि माता सीता ने वनवास काल के दौरान श्रीराम को जो फल भेंट किया था उसे ही सीताफल के नाम से जाना जाता है। महाकुंभ के दौरान या बड़े धार्मिक मेलों में अक्सर ही इसे देखा जाता है।
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