China पर डिजिटल स्ट्राइक! जानिए, Tik Tok समेत 59 चीनी Apps पर सरकार ने क्यों लगाया बैन?
आखिर किन देसी लोगों ने तैयार किया है चिंगारी
अपने नाम के ही अनुरूप आज चिंगारी पूरे देश में छा रहा है। टिकटॉक के इस देसी वर्जन को बनाने के लिए छत्तीसगढ़, ओडिशा और कर्नाटक के जीनियस आईटी प्रोफेशनल्स ने तैयार किया है। भिलाई निवासी चिंगारी ऐप के चीफ ऑफ प्रॉडक्ट सुमित घोष ने मीडिया रिपोर्ट में कहा है कि इस ऐप को तैयार करने में उन्हें करीब दो साल का समय लगा। इसे इंडियन यूजर्स की जरुरत और पंसद को देखते हुए डिजाइन किया गया है। उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह ऐप लोगों के सबसे ज्यादा करीब होगा।
America ने दिया चीन को बड़ा झटका, रक्षा उपकरणों के निर्यात पर लगाई पाबंदी
गूगल प्ले स्टोर के टॉप चाट्र्स पर पहुंचा चिंगारी
वैसे तो चिंगारी मोबाइील एप को नवंबर 2018 में गूगल प्ले स्टोर पर आधिकारिक तौर पर रिलीज किया गया था, लेकिन लाइमलाइट में तब आया जब भारत चीन सीमा विवाद की वजह से चीनी प्रोडक्ट्स के बॉयकॉट की डिमाड तेज होने लगी। सुमित घोष के अनुसार ऐप को यूजर्स का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। आंकड़ों की माने तो चिंगारी को 25 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। वहीं चिंगारी गूगल प्ले स्टोर पर टॉप चार्ट में जगह बना चुका है।
तीन दिन में Petrol और Diesel पर दूसरी बार राहत, जानिए आज के दाम
कई भाषाओं में है चिंगारी
चिंगारी को ओडिशा के बिश्वात्मा नायक और कर्नाटक के सिद्धार्थ गौतम ने डेवेलव किया है। सुमित घोष के अनुसार चिंगारी अब टिकटॉक को जगरदस्त टक्कर दे रहा है। इसमें शानदार फीचर्स तो हैं हीख् साथ ही यह ऐप कई भाषाओं को सपोर्ट करती है। जिनमें उडिय़ा, गुजराती और मराठी जैसी कई भाषाएं शामिल हैं। ऐप में ट्रेंडिंग न्यूज, एंटरटेनमेंट न्यूज, फनी विडियो, विडियो सॉन्ग्स और लव कोट्स जैसे कई फीचर्स दिए गए हैं।