चौकी इंचार्ज अनीस सिंह के अनुसार वह चैकी पर अकेले थे, सिपाही गश्त पर गए थे। आरोप के अनुसार तभी राजू अपने दो भाइयों व अन्य पांच लोगों के साथ वहां पहुंचा। इंचार्ज पर दूसरे पक्ष से मिलीभगत का आरोप लगाने लगा। कहासुनी होने लगी, मामला अधिक बढ़ा तो हाथापाई की नौबत आ गई। चौकी इंचार्ज की तहरीर के मुताबिक दुर्गेश और उसके साथियों ने इंचार्ज की पिटाई कर दी। बताया जा रहा है कि जबतक चौकी इंचार्ज शोर मचाकर लोगों को बुलाते तबतक वे लोग मारपीट कर फरार हो गए।
उधर, राजू यादव ने ने बताया कि उनकी जमीन को पुलिस विपक्षी को जबरन कब्जा करा रही है। इसमें हमलोगों को शांतिभंग में चालान कर दिया गया था। शुक्रवार को पुलिस उनके भाई दुर्गेश और दिव्यांग भाई इंद्रीश को पकड़कर चौकी ले गई, कमरे में बंद कर दुर्गेश की लाठियों से पिटाई की गई। पिटाई के बाद दुर्गेश को धक्का देकर सीढी से नीचे फेंक दिया। बाद में उसे हमलोग लेकर आए। इसके बाद देर रात चार गाड़ियों से घर पर पहुंची पुलिस ने तोड़फोड़ की और महिलाओं की पिटाई की। सामान को घर के बाहर स्थित कुएं में फेंक दिया।