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गाजियाबाद : बुजुर्ग से पिटाई के मामले में Twitter समेत 9 पर FIR फूलवती ने बताया की अब्दुल समद एक मौलवी है, जो कई तरह के ताबीज बनाता है। उन्होंने बताया कि प्रवेश की पत्नी का गर्भ नहीं ठहरता था। इसके अलावा अन्य कई बातों से प्रवेश परेशान चल रहा था तो उसके दोस्त इंतजार ने अब्दुल समद नाम के मौलवी से मिलवाया था। करीब तीन महीने से मौलवी का प्रवेश के घर आना-जाना था। उसी ने प्रवेश को ताबीज बना कर दिए थे, लेकिन इसका असर एकदम उल्टा हुआ। प्रवेश की पत्नी का छह माह का गर्भपात हो गया और अन्य कई तरह की परेशानियां घर में शुरू हो गईं।
जब अब्दुल समद और इंतजार घर आए थे तो यहां उसके साथ केवल कहासुनी हुई थी। हालांकि उस दौरान दो थप्पड़ भी मौलवी को मारे गए थे। उन्होंने कहा कि मामले को जिस तरह से बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है, यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ था। उन्हाेंने कहा की जमकर मारपीट और दाढ़ी काटने की बात यहां नहीं हुई। उन्होंने खुद ही मामले को बड़ा बनाया है।