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सुसाइड से पहले बनाया वीडियो, कहा- मोहल्ले वालों से मास्क लगाने को कहा तो बेरहमी से पीटा, योगी जी उन्हें मत छोड़ना गाजियाबाद (Ghaziabad) में हिंडन नदी के तट पर बने श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किए जाने वाली लकड़ी के मुद्दे ने सियासी रंग ले लिया है। आरोप है कि दाह संस्कार में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी को यहां दोगुने रेट पर बेचा जा रहा है। भाजपा पार्षद और जीडीए बोर्ड सदस्य हिमांशु मित्तल का कहना है कि पहले भी वह दोगुने रेट पर लकड़ी बेचे जाने का मुद्दा उठा चुके हैं, लेकिन इस बात पर किसी भी अधिकारी ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा है कि यदि अब इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया और कोई कार्रवाई नहीं की गई तो धरने पर बैठकर विरोध करेंगे। वहीं जैसे ही इसकी जानकारी नगर निगम तक पहुंची तो महापौर आशा शर्मा ने तुरंत संज्ञान लेते हुए कहा कि मामले को सुलझाने की कोशिश की जा रही है।
मेयर आशा शर्मा का कहना है कि सभी को मोक्ष स्थल पर राजनीति करने से बचना चाहिए। वहीं, जिस तरह से मोक्ष स्थल पर इस्तेमाल की जाने वाली लकड़ियों को दोगुने रेट में बेचे जाने की बात कही जा रही है, वह बेहद निंदनीय है। वह इस बात की गहनता से जांच कराएंगी। उन्होंने कहा कि मोक्ष स्थल पर अधिक मूल्य पर बेची जाने वाली लकड़ियों के लिए गाजियाबाद नगर निगम की ओर से एक कमेटी गठित की जाएगी। इस कमेटी के अंतर्गत लकड़ियों का नियम अनुसार ऑक्शन किया जाएगा और दाह संस्कार के लिए इस्तेमाल होने वाली लकड़ी के रेट भी निर्धारित किए जाएंगे। उन्होंने कहा है कि नियमावली का उल्लंघन करने वाले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में तत्काल प्रभाव से कार्रवाई होगी।
बहरहाल बड़ी बात यह है कि हिंडन स्थित श्मशान की देखरेख भी भाजपा से जुड़े लोग करते हैं। वहीं, इस तमाम प्रक्रिया पर भी सवाल उठाने वाले ही भाजपा खेमे के ही हैं और अब दाह संस्कार में प्रयोग की जाने वाली लकड़ी पर ही आपस में राजनीति शुरू हो गई है। जिस तरह से यह मुद्दा जनपद में गरमाया हुआ है। उससे लगता है कि श्मशान घाट की लकड़ी से जो आग निकलती है, वह स्थानीय भगवा खेमे में तूफान खड़ा कर सकती है।