इलाज न मिलने के कारण शुक्रवार सुबह बेटी ने दम तोड़ दिया। इलाज के अभाव में हुई बेटी की मौत के बाद अपने आप को कोस रहा कर्मचारी शव लेकर विकास भवन पहुंच गया। जहां उसने अधिकारियों और बाबू पर उसकी मदद न करने का आरोप लगाया। इस मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा का कहना है कि अनुपस्थित रहने पर मार्च में उसको निलंबित किया गया था। अप्रैल में उसको आरोप पत्र दिया गया था। जीवन भत्ता इसको दिया गया है। मानवीय संवेदना के आधार पर उसको बहाल कर दिया गया है, जो भी इनका रूका हुआ वेतन था उसे भी निर्गत कर दिया गया है। इसकी फिरोजाबाद ब्लाक के लडूपुर चकरपुर में तैनाती थी।