Chetan Bhagat का खुलासा: मुझे सुसाइड के करीब पहुंचा दिया था विधु विनोद चोपड़ा ने
शांत सिंह राजपूत (Sushant singh Rajput) की आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ (Dil Bechara) 24 जुलाई को ओटीटी पर रिलीज होगी। इसी बीच फिल्म को लेकर लेखक चेतन भगत (Chetan Bhagat) और फिल्म क्रिटिक अनुपमा चोपड़ा (Anupama Chopra) के बीच ट्विटर पर वॉर हो गई।
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant singh Rajput) की आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ (Dil Bechara) 24 जुलाई को ओटीटी पर रिलीज होगी। इस फिल्म का ट्रेलर और गाने रिलीज किए गए। ट्रेलर दर्शकों को इतना पसंद आया कि उन्होंने यूट्यूब पर इसने रेकॉर्ड बना लिया। अब फैंस को फिल्म की रिलीज का इंतजार है। बता दें कि सुशांत की आत्महत्या (Sushant singh Rajput Suicide) के बाद से ही बॉलीवुड में नेपोटिज्म और गुटबाजी को लेकर बह छिड़ी हुई है। इसी बीच फिल्म को लेकर लेखक चेतन भगत (Chetan Bhagat) और फिल्म क्रिटिक अनुपमा चोपड़ा (Anupama Chopra) के बीच ट्विटर पर वॉर हो गई।
दरअसल, हाल ही चेतन भगत ने एक ट्वीट करते हुए ‘दिल बेचारा’ के संदर्भ में लिखा था कि इस फिल्म का रिव्यू करते वक्त क्रिटिक्स को काफी सतर्क होकर लिखने की जरूरत है और उन्हें ओवर स्मार्ट बनने की जरूरत नहीं है। इस पर फिल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा की पत्नी अनुपमा चोपड़ा ने चेतन भगत को जवाब दिया। अनुपमा के जवाब पर चेतन भगत भड़क गए और उन्होंने विधु विनोद चोपड़ा पर सुसाइड के लिए फोर्स करने तक का इल्जाम लगाया।
चेतन भगत ने पहले ट्वीट किया था,’सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म इस हफ्ते रिलीज होगी। मैं सभी स्नोब और अभिजात्य समीक्षकों से कहना चाहूंगा कि समझदारी से लिखें। ओवरस्मार्ट काम न करें। बेकार चीजें न लिखें। निष्पक्ष और समझदार बनें। बेकार तरीकों का इस्तेमाल न करें। आपने वैसे ही कई जिंदगियां बर्बाद कर दी हैं। अब रुकिए। हम लोग देख रहे हैं।’
लेखक के इस ट्वीट का जवाब देते हुए अनुपमा चोपड़ा ने लिखा, ‘हर बार जब आप सोचते हैं कि इंसान की सोच-समझ का स्तर इससे ज्यादा नीचे नहीं गिरेगा, मगर अफसोस वो गिर जाता है।’ इस जवाब पर चेतन भगत भी गुस्सा हो गए और उन्होंने अनुपमा को इसका जवाब देते हुए लिखा,’मैम, जब आपके पति ने मुझे सबके सामने धमकाया था और बिना शर्म के मेरा सारा क्रेडिट ले लिया था, मेरे पूछे जाने पर भी मुझे फिल्म ‘3 ईडियट्स’ में क्रेडिट देने से इंकार कर दिया था और मुझे सुसाइड तक करने के लिए मजबूर कर दिया था, उस समय आप सिर्फ तमाशा देख रही थीं। उस समय आपकी सोच-समझ का स्तर कहां था।’