‘न्याय’ की खोज में भटकती दिखी एक मां, इमोशनल थ्रिलर शो ‘माईरी’ का दिलचस्प ट्रेलर रिलीज
एक मां कभी बेबस नहीं हो सकती! परेशानियां उसकी ताकत होती है। सई देओधर का अपकमिंग शो ‘माईरी’ में ‘न्याय मांग रही एक मां की लड़ाई देखने के लिए तैयार हो जाइए।
Maeri Official Trailer Release: मां जगत जननी होती है। अपने बच्चों के लिए वह सारे दर्द सहती है। परेशानियां कुछ समय बाद उसके आगे घुटने टेक देती है। ठीक ऐसी ही एक कहानी सई देओधर की अपकमिंग थ्रिलर ‘माईरी’ शो के जरिए आपको देखने को मिलेगी।
सई देओधर की अपकमिंग थ्रिलर शो ‘माईरी’ का ट्रेलर रिलीज
सई देओधर की अपकमिंग थ्रिलर ‘माईरी’ के निर्माताओं ने सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प ट्रेलर जारी किया है। सचिन दरेकर द्वारा निर्मित और निर्देशित इस शो में तन्वी मुंडले, सागर देशमुख और चिन्मय मंडलेकर भी हैं। शो का ट्रेलर देखकर लग रहा है कि यह इमोशनल थ्रिलर है। इसके ट्रेलर में पारिवारिक रिश्तों की जटिलता को दिखाया गया है। इसके साथ ही इसमें कई सारे रहस्यों से पर्दा उठाया गया है।
इसमें अभिनेत्री सई देओधर एक दृढ़ निश्चयी मां तारा देशपांडे की भूमिका निभा रही हैं। सागर देशमुख उनके पति हेमंत देशपांडे की भूमिका में नजर आएंगे। वहीं, तन्वी उनकी बेटी मनस्वी का किरदार निभा रही हैं। चिन्मय मंडलेकर एसीपी खांडेकर की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं।
मां है जिसे एक साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है: सई देओधर
सई ने अपनी भूमिका के बारे में कहा, “तारा देशपांडे की भूमिका निभाना मेरे लिए अविश्वसनीय रूप से भावनात्मक यात्रा रही है। तारा एक मां है जिसे एक साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। न्याय की उसकी खोज उसकी ताकत और बोझ दोनों बन जाती है।”
उन्होंने बताया, ”मैं इस शक्तिशाली कहानी का हिस्सा बनकर और तारा की कहानी को जीवंत करके रोमांचित हूं। मैं बेसब्री से इंतजार कर रही हूं कि दर्शक इस शो को देखें और इसके रोमांचकारी मोड़ और गहरी भावनात्मक परतों का अनुभव करें।”
तन्वी मुंडले ने कहा, “जब मैंने पहली बार ‘माईरी’ की कहानी सुनी, तो मैं तुरंत ही मंत्रमुग्ध हो गई। कहानी भावनात्मक रूप से बहुत खास है। मनस्वी अपनी इस यात्रा में जटिल भावनाओं से निपटना सीखती है।”
6 दिसंबर को जी5 पर ‘माईरी’ का प्रीमियर
निर्माता और निर्देशक सचिन दरेकर ने कहा, “यह बदला लेने वाली एक ड्रामा सीरीज है जो सस्पेंस, मानवीय रिश्तों और जटिल व्यक्तिगत संघर्षों को आपस में जोड़ती है। इसमें एक मां, पिता और बेटी के बीच के एक खास तरह के रिश्ते को दिखाया गया है। यह कहानी एक ऐसी मां की है जो अपनी बेटी मनस्वी पर क्रूरतापूर्वक हमला किए जाने के बाद बहुत दुखी हो जाती है। न्याय व्यवस्था द्वारा न्याय प्रदान करने में विफल होने पर तारा खुद ही शक्तिशाली अपराधियों से बदला लेने के लिए एक खतरनाक और गुप्त अभियान शुरू करती है।”