‘दिल्ली के लोगों को पता होना चाहिए कि…’
मीडिया से बात करते हुए प्रवेश वर्मा ने कहा, “मैंने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को एक पत्र लिखा है, जिसमें अनुरोध किया गया है कि नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को ‘शीश महल’ देखने की अनुमति दी जाए, क्योंकि इसे उनके कर और विकास के पैसे से बनाया गया है। शीश महल को पर्यटन स्थल घोषित किया जाना चाहिए। दिल्ली के लोगों को पता होना चाहिए कि जिस व्यक्ति ने दिल्ली को लूटा, धोखा दिया, जिसने उनके सपनों को बेच दिया, उसने ‘शीश महल’ कैसे बनवाया। मैं चाहता हूं कि दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल की असलियत देखें जो एक महाठग हैं।’‘दिल्ली के लोग शीश महल को देखना चाहते हैं’
भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने अपने पत्र में कहा कि ‘शीश महल’ आवास अब दिल्ली के शासन और प्रशासन के इतिहास का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया है। प्रवेश वर्मा ने कहा, “मैं आपके ध्यान में लाना चाहता हूं कि पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल के दौरान, आधिकारिक आवास को विशेष रूप से सजाया गया था और भव्य बनाया गया था। यह अब जनता के बीच शीश महल के रूप में लोकप्रिय है। नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के लोग, जिन्होंने लगातार तीन बार केजरीवाल को विधानसभा में अपना प्रतिनिधि चुना है, इस भवन को देखने और देखने की तीव्र इच्छा रखते हैं। यह आवास अब केवल निवास स्थान नहीं बल्कि दिल्ली के शासन और प्रशासन के इतिहास का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया है।”
प्रवेश वर्मा ने CM आतिशी को पत्र लिख की ये मांग
प्रवेश वर्मा ने कहा, “जनता यह समझना चाहती है कि वह स्थान कैसा दिखता है, जहां उनके चुने हुए प्रतिनिधि ने अपना कार्यकाल बिताया था।” भाजपा नेता ने आगे CM आतिशी से इस स्थान को सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक खोलने के लिए कहा, ताकि दिल्ली के लोग इसे करीब से देख सकें। प्रवेश वर्मा ने कहा, “इससे न केवल जनता की उम्मीदें पूरी होंगी, बल्कि सरकार और लोगों के बीच पारदर्शिता और विश्वास भी मजबूत होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि आप इस प्रस्ताव पर सकारात्मक रूप से विचार करेंगे और शीघ्र निर्णय लेंगे।”
नई दिल्ली सीट पर होगा त्रिकोणीय मुकाबला
पूर्व सांसद और दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा का आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के संदीप दीक्षित से त्रिकोणीय मुकाबला होगा। दिल्ली में विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 में होने की संभावना है। दिल्ली में लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस ने पिछले दो विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन किया है और एक भी सीट नहीं जीत पाई है। 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 62 सीटें जीतीं और भाजपा को आठ सीटें मिलीं।