प्रमुख कारण हार्मोन्स में बदलाव है जो खासतौर पर युवावस्था में देखा जाता है। मुंहासों की समस्या मूलत: आनुवांशिक है जिसमें त्वचा की ऑयल ग्रंथियां ब्लॉक होने लगती हैं। लेकिन कई बार आनुवांशिकता मूल वजह न होकर खराब दिनचर्या, भोजन और तनाव भी परेशानी की वजह बनते हैं। तेज धूप में लंबे समय तक रहना या सही तरीके से चेहरे की सफाई न होने से भी दिक्कत होती है।
हल्की – ऑयल अंदर पड़ा रहता है और त्वचा पर कुछ ब्लैकहेड्स के रूप में सामने आता है। मध्यम – ग्रंथि में तेल संक्रमित हो जाता है जो मुंहासों का रूप लेकर त्वचा पर उभरता है।
ग्रंथियों में पस पड़ने पर एंटीबायोटिक्स या फिर मेडिकल फेसवॉश देते हैं।एेसे मुंहासों का इलाज फिलहाल उपलब्ध नहीं, सिर्फ इन्हें कम कर सकते हैं। लेटेस्ट ट्रीटमेंट
माइक्रो डर्मब्रेजन : इसमें एक मशीन की सहायता से माइक्रो क्रिस्टल्स को त्वचा पर हल्के दबाव से रगड़ा जाता है। इससे त्वचा के रोमछिद्र खुलते हैं और चमक बढ़ जाती है।
स्टेरॉयड लेने से बचें। इससे होने वाला मुंहासा अलग प्रकार होता है जो गंभीर भी हो सकता है। भ्रम
लड़कियां हों या लड़के, मुंहासों को लेकर जेहन में कई धारणाएं हैं। जैसे दूषित रक्त, ज्यादा जंक फूड खाने व पेट संबंधी समस्या है तो मुंहासे होते हैं।
तथ्य
मुंहासों की समस्या की मुख्य वजह केवल हार्मोन में बदलाव है।