जोधपुर रेंज आइजी विकास कुमार ने बताया कि उमरलाई निवासी इमरती पत्नी रमेश बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया है। साल 2021 की रीट परीक्षा के दौरान मौके से ही इमरती के दस्तावेज और परीक्षा प्रवेश पत्र बरामद हुए थे। प्रवेश पत्र की फोटो में कंप्यूटर से छेडख़ानी की गई थी। पूछताछ में सामने आया कि इमरती से पहले परीक्षा में अभ्यर्थी बनाकर बैठाने का ठेका छमी बिश्नोई ने लिया था, जिसे 3 माह पहले वृंदावन में पकड़ा था। इस मामले में पूर्व में संगीता, किरण और भंवरी को भी टीम पकड़ चुकी है।
जोधपुर के आसपास ही काटी फरारी
फरारी के दौरान इमरती कभी कल्याणपुर कभी जोधपुर और कभी बंबोर में अपने रिश्तेदारों के यहां पर भागती रही। इसके बाद बंबोर में अपने पिता के ढाबे के पीछे रहने का ठिकाना बनाकर रह रही थी। कार्रवाई में उपनिरीक्षक कन्हैयालाल के नेतृत्व में गठित टीम में एसआई सरोज, कांस्टेबल महेन्द्र, राकेश, जोगाराम, रोहिताश, राकेश एवं मनीष शामिल रहे।
8 महीने में 56 अपराधी पकड़े
साइक्लोनर सेल के गठन के आठ महीने में अब तक 56 अपराधी पकड़े जा चुके हैं। साइक्लोनर टीम की ओर से पकड़े गए 56 आरोपियों में से 10 विभिन्न परीक्षा घोटाले के वांछित हैं। इसमें सरगना शातिर अपराधी पौरव कालेर भी शामिल है, जिसे सीकर से पकड़ा गया था। इसके अलावा वृंदावन से छमी बिश्नोई, कोटा से वर्षा विश्नोई, गंगानगर से शैतानाराम और हैदराबाद से सुनील और ओम प्रकाश ढाका को गिरफ्तार किया गया है।