आज का दिन गौरव का दिन- दीया कुमारी
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी जयपुर में ओटीएस स्थित भगवत सिंह मेहता सभागार में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई। उन्होंने इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर ‘सुपोषित ग्राम पंचायत’ अभियान का शुभारंभ किया गया, यह प्रसन्नता की बात है। 17 वीर बालक बालिकाओं को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। 17 विजेता बच्चों में से 7 लड़के और 10 लड़कियां हैं, जो कि बालक-बालिकाओं के लिए प्रेरणादायी है। दीया कुमारी ने कहा कि आज का दिन गौरव का दिन है, आज के दिन देश के गौरव और मान सम्मान के लिए साहबजादों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया यह हम सब के लिए प्रेरणादायी है। आज की युवा पीढ़ी को देशहित में दिये गए इस बलिदान से बहुत कुछ सीखने का अवसर है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इस अवसर पर पूरे प्रदेश से जिला और ब्लॉक स्तर के सभी अधिकारी, डीपीओ, सीडीपीओ, पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं और ओएससी, एचईडब्ल्यू, शक्ति सदन, सखी निवास, सीसीआई, सीडब्ल्यूसी, जेजेबी आदि के अधिकारी व कर्मचारी अपने मोबाइल फोन, कार्यालय डेस्कटॉप, लैपटॉप या टैबलेट के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।
बता दें, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से 17 बच्चों को असाधारण प्रतिभा के लिए सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री ने इन 17 वीर बालक बालिकाओं से संवाद किया। उनके सम्मान पत्र पर ऑटोग्राफ भी दिया। इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर भी उपस्थित रही।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को पुरस्कार
इस अवर पर महिला एवं बाल विकास शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार का प्रमुख मिशन सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0 भारत में कुपोषण की चुनौती से निपटने में जन भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका पर केंद्रित है। इस मिशन के तहत सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान शुरू किया गया है। जिसका उद्देश्य कई हितधारकों और जमीनी स्तर पर सक्रिय सामुदायिक भागीदारी के साथ लक्षित आबादी के पोषण संबंधी परिणामों और कल्याण में सुधार करना है।
इसके साथ ही पंजीकृत लाभार्थियों के लिए भौतिक बुनियादी ढांचे, सेवा वितरण स्थिति और पोषण संबंधी परिणामों का एक बेंचमार्क स्तर हासिल करने के लिए ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ियों को प्रोत्साहित करना है। देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली 1000 सुपोषित ग्राम पंचायतों में से प्रत्येक को एक लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा, सर्वाधिक सुपोषित ग्राम पंचायतों वाले शीर्ष 3 जिलों को भी मान्यता दी जाएगी।