– चेहरे को नमक मिले पानी से धोने के बाद बर्फ के टुकड़े त्वचा पर रखते हैं ताकि रोमछिद्र खुल सकें।
– चेहरे की त्वचा के तापमान को सामान्य बनाने के लिए इस पर जेल लगाते हैं।
– इसके बाद चेहरे पर कम अवधि वाले लेजर शॉट्स दिए जाते हैं। इनसे दर्द नहीं होता केवल चींटी काटने जैसा अहसास होता है और त्वचा पर हल्की सी गर्माहट महसूस होती है।
– जेल लगाकर त्वचा का तापमान सामान्य बनाते हैं।
– सबसे अंत में बर्फ से चेहरे की मसाज की जाती है। इसके बाद सनस्क्रीन लोशन लगाया जाता है।
वैसे इसे कोई भी करवा सकता है। लेकिन त्वचा की रंगत गहरी हो तो इससे त्वचा जल सकती है। जिन्हें सूरज की रोशनी से एलर्जी, कोई चोट, संक्रमण या सूजन से त्वचा पर लाल चकत्ता बनने, ऑटोइम्यून डिजीज, अर्टिकेरिया रोग या हाल ही कोई संक्रमण हुआ हो वे न कराएं। जिन्हें बैक्टीरियल इंफेक्शन है, उनकी त्वचा पर इससे काले धब्बे पड़ सकते हैं।
15 मिनट के इस लेजर फेशियल को कोशिश करें कि किसी डर्मेटोलॉजिस्ट या प्लास्टिक सर्जन से ही करवाएं। यह तुलनात्मक रूप से ज्यादा महंगा नहीं है। इस फेशियल से ज्यादातर लोगों को त्वचा पर हल्की लालिमा और सूजन रह सकती है जिससे घबराने की जरूरत नहीं है, यह कुछ समय में सामान्य हो जाती है। इसे कराने के बाद त्वचा थोड़ी संवेदनशील हो जाती है इसलिए त्वचा की प्रकृति के अनुसार व्यक्ति को कुछ घंटे या दिनों के लिए घर में रहने की सलाह देते हैं। ताकि सूरज की अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाव हो सके। यदि बाहर निकलना भी पड़े तो विशेषज्ञ एसपीएफ सनस्क्रीन लोशन या क्रीम लगाने की सलाह देते हैं। ध्यान रहे कि इस फेशियल से त्वचा मेें नमी कम हो जाती है, इसके लिए मॉइश्चराइजर लगाया जा सकता है।