जब आपको खाना निगलने में कठिनाई, संतुलन बनाए रखने में समस्या, बोलने में हिचकिचाहट, मांसपेशियों में कमजोरी महसूस, शरीर के अंग सुन्न होना, दिमाग में भ्रम की स्थिति होना, या आंखों की रोशनी में कमी आना, तो ये सभी संकेत करते हैं कि आपके मस्तिष्क में रक्त प्रवाह कम हो रहा है। यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव करते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ये लक्षण समय के साथ गंभीर भी हो सकते हैं।
मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के 5 तरीके : 5 ways to increase blood circulation in the brain
ब्रीथिंग करें मेडिटेशन के साथ-साथ आपको प्रतिदिन श्वसन व्यायाम भी करना चाहिए। श्वसन व्यायाम से गर्दन, कंधे और छाती की मांसपेशियों में विश्राम मिलता है, जिससे रक्त प्रवाह में सुधार होता है। श्वसन व्यायाम के लिए सुबह का समय सर्वोत्तम होता है क्योंकि इस समय वायु ताजगी से भरी होती है। मेडिटेशन करें दिमाग (brain) में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए मेडिटेट करना फायदेमंद हो सकता है। मेडिटेशन करने से ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने लगती है जिससे हमारा दिमाग ठीक से काम करने लगता है।
स्मोकिंग नहीं करें यदि आप दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाना चाहते हैं तो धूम्रपान से दूरी बना रखनी चाहिए। धूम्रपान करने से दिमाग तक जाने वाले ब्लड फ्लो पर असर पड़ता है। धूम्रपान करने वाले लोगों का दिमाग तक पहुंचने वाला ऑक्सीजन का स्तर धीरे-धीरे गिरने लगता है
कसरत पर ध्यान दें आपको प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए। मस्तिष्क में रक्त संचार को बेहतर बनाने के लिए व्यायाम के कई लाभ हैं। व्यायाम करने से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और रक्त प्रवाह में सुधार होता है। आपको एरोबिक्स भी करना चाहिए, क्योंकि इससे हृदय की धड़कन बढ़ती है।
वॉक करें मस्तिष्क (brain) तक रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए आपको प्रतिदिन चलना चाहिए। यदि आप छोटे-छोटे कदम भी उठाते हैं, तो यह आपके लिए लाभकारी होगा। आप दिन में 3 से 5 मिनट की वॉक कर सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।