एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि 72 घंटे के अंदर बरेली के सभी 29 थानों में जनसुनवाई अधिकारी तैनात होंगे। जनसुनवाई अधिकारी दरोगा या इंस्पेक्टर के साथ एक महिला और एक पुरुष सिपाही भी रहेगा। वह पुलिस से संबंधित समस्या सुनेंगे। उनमें एफआईआर या अन्य जो भी जरूरी मदद है। उसे करायेंगे। किसी अन्य विभाग का भी मामला पहुंचता है तो संबंधित विभाग के जरिये भी उनकी मदद कराने का प्रयास करेंगे। कोतवाली में निरीक्षण के बाद एसएसपी ने कहा के पुलिस कर्मियों के रहने के आवास और बैरक में सुधार की जरूरत है। इसको लेकर शासन में वार्ता करेंगे। वहां सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
एसएसपी ने बताया कि थानों पर टाप टेन बदमाशों की सूची तैयार की जायेगी। इसमें ऐसे बदमाशों को रखा जायेगा जो माफिया हैं। असली माफियाओं को चिन्हित करेंगे। उन पर गैंगस्टर एक्ट लगाएंगे। इसके बाद उनकी प्रॉपर्टी जब्त करेंगे। सभी विभागों को साथ लेकर कार्रवाई करेंगे। माफियाओं को लेकर एक अलग सेल बनाया जाएगा। पहले थाना पुलिस अपराधी माफिया का सत्यापन करेंगे। इसके बाद जिले की टीम उनका सत्यापन करेगी। आर्थिक अपराध करने वाले, समाज के दबे, कमजोर लोगों पर जुल्म करने वालों को जेल भेजा जायेगा। ऐसे अपराधियों के जेल से निकलने के बाद भी उनका पीछा नहीं छोड़ेंगे। सेल में तैनात पुलिस वाले उनकी मानीटरिंग करेंगे।
2013 बैच के एसएसपी अनुराग आर्य बागपत के रहने वाले हैं। बीएचयू से पढ़े हैं। अमेठी, बलरामपुर, प्रतापगढ़, मऊ, आजमगढ़ और बरेली में एसपी इंटेलिजेंस रह चुके हैं। इसके अलावा रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया कानपुर में भी एक साल काम करने का अनुभव है। उन्होंने कहा कि बरेली त्योहारों और जुलूसों की दृष्टि से काफी संवेदनशील है। त्योहारों को लेकर अब 15 दिन पहले से ही तैयारी शुरू की जायेगी। इसके अलावा जिला मुख्यालय पर 150 से ज्यादा फरियादी आते हैं। एक थाने से दो से ज्यादा फरियादी नहीं चाहिये। जिन थानों से ज्यादा शिकायतें आयेंगी। उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। पुलिस में भ्रष्टाचार और अतिक्रमण बर्दास्त नहीं किया जायेगा।