मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि केवल मास्क पहन लेने से कोरोना वायरस से नहीं बचा जा सकता है। अगर गलत तरीके से मास्क पहना गया तो कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है। मास्क पहनने के साथ-साथ आप हाथों की स्वच्छता पर जरूर ध्यान दें। हाथों को साबुन और पानी या फिर अल्कोहल आधारित हैंड रब (हैंडवॉश) से बार-बार धोते रहें। साथ ही कहा कि अगर आपको सर्दी, जुकाम, छींक और खांसी आ रही तो मास्क का प्रयोग करने के साथ सरकारी अस्पतालों में जांच जरूर करवाएं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बी.पी. सिंह का कहना है कि मास्क का प्रयोग बैक्टीरिया और वायरस से सुरक्षा देने में काफी मददगार है। पर सिंगल यूजर मास्क का दोबारा प्रयोग न करें। मास्क हटाने के लिए इसे फीते से पकड़े न कि सामने से पकड़कर उतारें। इस्तेमाल करने के पश्चात मास्क को खुले स्थान पर जलाकर या जमीन में दफना दें, जिसके बाद अच्छी तरह से डिस्पोज करके फिर हाथों को साबुन और पानी या फिर अल्कोहल आधारित हैंड रब से साफ कर लें। खुले में प्रयोग किये गये मास्क को फेकने से वो जानवरों के सम्पर्क में आ सकता है जिससे वो भी वायरस के संक्रमण का शिकार हो सकते हैं।
कोरोना वायरस के नोडल अधिकारी डॉ. ए.के. सिंघल का कहना है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग बाजार में मिलने वाले या घर में बनाये गए मास्क का प्रयोग कर सकते हैं। डॉ. सिंघल कहते हैं कि अगर हम बाजार से साधारण मास्क खरीदकर प्रयोग कर रहे हैं तो इसका प्रयोग केवल एक ही बार कर सकते हैं। साथ ही जो लोग सर्जिकल मास्क या कपड़े से बने मास्क का प्रयोग कर रहे हैं, वे उसका दोबारा इस्तेमाल तभी करें जब उसे अच्छी तरह धोकर धूप में सुखा लें।
मास्क पहनते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
मास्क पहनने से पहले अपने हाथों को साबुन पानी या फिर ऐल्कॉहॉल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर से अच्छी तरह से साफ कर लें। अपनी नाक और मुंह को मास्क से अच्छी तरह से ढंक लें ताकि मास्क और चेहरे के बीच कोई गैप न रहे। मास्क पहने हुए हैं तो उसे बार-बार गंदे हाथों से टच न करें। सिंगल यूज मास्क को दोबारा बिलकुल यूज न करें और हर बार एक नए मास्क का इस्तेमाल करें। मास्क को हटाते वक्त उसे सामने से बिलकुल टच न करें और पीछे की तरफ से पकड़ कर खोलें और तुरंत ऐसे डस्टबिन में डालें जिसमें ढक्कन लगा हो। उसके बाद एक बार फिर हाथों को साबुन पानी या सैनिटाइजर से अच्छी तरह से साफ कर लें।