Balrampur News:
बलरामपुर के डीएम पवन अग्रवाल ने भूमि विवादों एवं राजस्व वादों में कमी लाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। स्वयं सहायता समूहों को गांव स्तर पर रोजगार मुहैया कराने के लिए अभिनव पहल करते हुए जिले में सीमा स्तम्भों के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूहों को सौंपी है। बताते चलें कि जिले में 1934 सीमा स्तम्भों का निर्माण कार्य स्वयं सहायता समूहों द्वारा किया जा रहा है। जिले में 5381 सीमा स्तम्भों लगाये जाने थे। जिसमें से 3447 सीमा स्तम्भ पहले से लगे हुए हैं। स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए सीमा स्तम्भों को लगाने का कार्य शुरू भी हो गया है। निर्माण किये जाने वाले सीमा स्तम्भों में सदर तहसील में 461, तुलसीपुर में 1139 व तहसील उतरौला में 334 सीमा स्तम्भ सहित कुल 1934 सीमा स्तम्भ शामिल हैं।
शासन ने सीमा स्तम्भों का मानक भी तय किया
डीएम ने बताया कि सीमा स्तम्भों के लगने से एक ओर जहां भूमि एवं राजस्व वादों में कमी आएगी। वहीं दूसरी ओर स्वयं सहायता समूहों को गांव स्तर पर रोजगार भी मुहैया हो रहा है। उन्होने बताया कि किसी भी रास्ते पर चलते समय कौन सा गांव आ गया है। या किस क्षेत्र में पहुंच गयें हैं। अब यह आसानी से पता चलेगा। क्योंकि जिन गांवों के सीमा स्तम्भ नहीं हैं। वहां नए सीमा स्तम्भ लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कि शासन ने सीमा स्तम्भों का मानक भी तय किया है। प्रदेश के सभी जिलो में कितने सीमा स्तम्भ लगाए जाएंगे। उसकी गणना हो चुकी है। जिसके तहत बलरामपुर में 5381 के सापेक्ष अवशेष 1934 सीमा स्तंभ लगाए जाने हैं। जिसका कार्य प्रारम्भ हो गया है।