मुस्लिमों ने भी लगाए कांवड़ शिविर, शिव भक्तों की सेवा में जुटे रहे मुस्लिम
बागपत। श्रावण यानी सावन का पावन महीना चल रहा है और चारो ओर बम भोले और भारत माता की जय-जयकार की गंज सुनाई दे रही है। कांवड़िए भी भोले शंकर पर जल चढ़ाने के लिए दूर-दूर से पहुंच रहे हैं। इसके लिए तमाम कांवड़ मार्गों पर कांवड़ शिविर लगे हुए हैं वही बागपत जिले में इस पावन पर्व पर हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली। जहां मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मुस्लिम कांवड़ शिविर लगे हुए हैं। जिनमे हिन्दू-मुस्लिम मिल-जुलकर शिवभक्तों की सेवा कर रहे हैं। इस दौरान सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन मुस्तैद है।
ये भी पढ़ें : मस्जिद के पास कावड़िये के पैर में लगी कंकर तो मुस्लिम युवक ने दाैड़कर संभाली कांवड़ गंगाजल खंडित हाेने से बचाया कांवड़ मार्गो पर शिविरों में हिन्दू मुस्लिम साथ-साथ मिलकर कांवड़ियों की सेवा में जुटे हुए हैं और मुस्लिम बाहुल्य गांव बरनावा में तो मुस्लिमों ने अपने कई शिविर लगाए है और कांवड़ियों की सेवा कर रहे हैं। वहीं कांवड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था के निरीक्षण करने के लिए कांवड़ मार्गो पर कांवड़ियों को जिला प्रशासन की ओर तमाम सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई है। डीएम, एसपी ने कांवड़ मार्गो का निरीक्षण करते हुए कांवड़ शिविरों में कांवड़ियों का हालचाल भी जाना। उन्होंनें मुस्लिमों की ओर से चलाये जा रहे शिविरों में जाकर कावड़ियों की सेवा करते हुए देख उनका हौसला भी बढ़ाया। डीएम का कहना है कि बागपत जिला गंगा – जमुनी सभ्यता का प्रतीक है यहां हिन्दू मुस्लिम साथ साथ कांवड़ियों की सेवा कर एकता कायम कर रहे है और बरनावा ऐतिहासिक स्थल है, जहां आज भी लाक्षाग्रह मौजूद है। इस दौरान मुस्लिम कांव़ड़ सेवक ने कहा कि धर्म जाति से हटकर आज सभी सेवा में जुटे हैं।
आज सावन का सोमवार है, हरिद्वार से जल लेकर शिवभक्त बागपत जिले के रास्तों से ऐतिहासिक परशुरामेश्वर महादेव मंदिर पर जलाभिषेक करने के लिए पहुंच रहे हैं और अपने अपने क्षेत्र के शिवालयों और मंदिरों में जाकर चौदस का जल शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए पहुंच रहे हैं। इस बीच विश्राम के लिए कांवड़िएं शिविर में भी पहुंच रहे हैं। इस तरह बागपत में कई शिविर ऐसे हैं जहां हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली।