दरअसल, कोरोना टीकाकरण के मामले में चीन दुनियाभर में पहले नंबर पर है। चीन में अब तक कोरोना टीके की 223 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी है। बावजूद इसके चीन में फिर से कोरोना के पैर पसारने से हड़कंप मचा हुआ है।
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चीन की राजधानी बीजिंग समेत कई शहरों में बड़े पैमाने पर लोगों की फिर से कोरोना जांच की जा रही है। जिन व्यक्तियों को संक्रमित पाया जा रहा है, उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जा रही है। ऐसे लोगों और उनके रहने वाले इलाकों को सील भी किया जा रहा है। एक समय शून्य संक्रमण वाले शहर में शामिल रहे बीजिंग में कोरोना के कुल मामले अब बढ़ गए हैं। जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने लोगों की फिर से कोविड जांच शुरू कर दी है। इतना ही नहीं, लोगों के फ्लाइट और होटल बुक कराने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 के स्थानीय स्तर पर संक्रमण फैलने के 38 मामले सामने आए हैं। बीजिंग में संक्रमित पाए गए पांच लोगों ने इनर मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र, निंग्शिया हुई स्वायत्त क्षेत्र और शांक्सी प्रांत की 12 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच यात्रा की थी। ये लोग 16 अक्टूबर को पेइचिंग वापस लौटे थे। चीन के शहरी स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक संक्रमित पाया गया एक अन्य व्यक्ति एक संक्रमित के करीबी संपर्क में आया था।
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संक्रमण के मामलों में वृद्धि के पीछे बताया जा रहा है कि शंघाई के रहने वाले एक बुजुर्ग दंपति हैं, जो शियान समेत कई शहरों में गए और कोविड-19 से पीड़ित पाए गए। इसके बाद अधिकारी इस दंपति के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के काम में जुट गए। तीन दिन के भीतर उनके करीबी संपर्क में आए सैकड़ों लोगों का पता लगाया गया और उनके साथ यात्रा करने वाले पांच लोग भी बाद में संक्रमित पाए गए।
चीन में सबसे पहले कोरोना का संक्रमण देखा गया था। जिसके बाद इस देश ने बड़े पैमाने पर लॉकडाउन किया था। बाद में जब लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाने लगी, तब पाबंदियों को भी हटा दिया गया था। 2021 की शुरुआत से ही चीन में लोग बड़े-बड़े आयोजनों में इकट्ठा होते दिखे। चीनी नव वर्ष, राष्ट्रीय दिवस जैसे मौकों पर बड़ी संख्या में लोग सामने दिखे। लोगों ने मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग को भी छोड़ दिया था।