दूसरी तरफ विद्यार्थियों का ट्विटर पर अभियान जारी है। उनका कहना है कि बोर्ड दसवीं की परीक्षाएं रद्द कर प्रमोट फार्मूला बना चुका है। ऐसे में बारहवीं की परीक्षाएं भी रद्द की जानी चाहिए। कोरोना संक्रमण के चलते कई राज्यों में हालात चिंताजनक है। सरकार और बोर्ड को बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए प्रमोट फार्मूला तैयार करना चाहिए।
जेईई मेन, जेईई एडवांस, नीट, सीमेट, क्लैट, बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थी शामिल होते हैं। इन्हें प्रतियोगी परीक्षा में पास होने और बारहवीं के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। देश में आजादी के बाद से सीबीएसई और विभिन्न राज्यों में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड स्तर पर बारहवीं की परीक्षाएं कभी रद्द नहीं हुई है।
बारहवीं के विद्यार्थी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं। परीक्षाओं को लेकर असमंजस की स्थिति कायम है। बोर्ड ने उनकी सहायतार्थ वेबसाइट पर प्रश्न बैंक अपलोड किए हैं। इनमें बिजनेस स्टडीज, फिजिकल एज्यूकेशन, राजनीति विज्ञान, इतिहास, समाजशास्त्र, अंग्रेजी कोर, गणित, केमिस्ट्री, अकाउन्टेंसी, समाजशास्त्र,अर्थशास्त्र, कंप्यूटर विज्ञान, इन्फॉरमेशन प्रेक्टिस विषय शामिल है।