बता दें कि सुपरमार्केट ने हर्जाने के तौर पर जसविंदर को 200 डॉलर ( लगभग 14 हजार रुपए) दिए थे, लेकिन जसविंदर ने उसे लेने से इंकार करते हुए सुपरमार्केट से भारत आने-जाने की फ्लाइट का खर्च मांगा है। बीते लगभग 6 महीने से वे सुपरमार्केट से हर्जाना मांग रहे हैं लेकिन अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं हो सकी है। एक छोटा सा बिज़नेस चलाने वाले जसविंदर का कहना है कि वे अगर भारत अपने पैसों से जाएंगे तो उन्हें अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा भारत आने-जाने में खर्च करना पड़ जाएगा। उनका कहना है कि उन्हें सुपरमार्केट का नाम इसमें घसीटने का कोई शौक नहीं है लेकिन उनके पास इसके आलावा कोई चारा नहीं है।