डीएम ने कहा कि शादी समारोह व घरों में बचे हुए खाने को हैप्पी फ्रिज में जमा कराये। इससे गरीबों को भोजन उपलब्ध कराया जा सकेगा। डीएम ने काह क िहमारा देश धर्म के नाम पर दूसरों की मदद के लिए प्रसिद्ध है। पूर्व में लोगों ने सामाजिक दायित्व को पूर्ण करते हुए धर्मशाला, कुएं, बावली, अस्पताल आदि बनवाये थे। समय के साथ इस व्यवस्था में बदलाव होता गया। अब इसी तरह की चीजे कम देखने को मिल रही है जिसका असर सामाजिक व्यवस्था पर पड़ रहा है। डीएम ने कहा कि अब यह परम्परा फिर से लौट कर आ रही है। बनारस जैसे प्रचीन शहर में इन तरह की चीजों को करने की बहुत आवश्यकता है। जिलाधिकारी ने बताया कि मुंबई कैंसर अस्पताल का बाहर भी इसी तरह का रोटी बैंक चलता है। केरल के एक जिले मे बचे हुए भोजन को वाहन पर एकत्रित करके पूर्व निर्धारित जगहों पर पहुंचाया जाता है। आंध्र प्रदेश में इडली का बैंक चलता है। यहां पर स्कूल के बच्चे घर से अतिरिक्त इडली का टिफिन लाकर बैंक में गरीबों के लिए जमा कर देते हैं जिनका जरूरतमंदों में वितरण किया जाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि रेलवे स्टेशन, बस अड्डा व अन्य सार्वजनिक जगहों पर भी इस तरह के प्रयोग किया जा सकता है। महानगर उद्योग व्यापार समिति के संरक्षक नारायण खेमका ने काह कि बाबा विश्वनाथ व माता अन्नपूर्णा की नगरी में कोई भूखा सोया नहीं है और न भविष्य में सोयेगा। हैप्पी फ्रिज से गरीबों तक भोजन पहुंच जायेगा।
यह भी पढ़े:-झुन्ना पंडित गिरोह के सदस्य जेल में नहीं कर पायेंगे खेल, एसएसपी ने जारी की नोटिस हैप्पी फ्रिज में खराब नहीं होगा भोजनमंदिर परिसर में हैप्पी फ्रिज लगाया गया है। लोगों के यहां पर बचा हुआ भोजन यहां पर लाया जायेगा। भोजन को फ्रिज में रख दिया जायेगा। इससे वह खराब नहीं होगा। इसके बाद भोजन को गरीबों तक पहुंचाया जायेगा। अपने आप में इस अनोखी पहल की जमकर चर्चा हो रही है।
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