कला संकाय चौराहे पर अचानक इकट्ठा हुए छात्र
घटना कला संकाय चौराहे पर हुई, जहां भगत सिंह छात्र मोर्चा के कार्यकर्ता मनुस्मृति की प्रतीकात्मक प्रतियां जलाने के लिए इकट्ठा हुए थे। सूचना मिलने पर प्राक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और छात्रों को ऐसा करने से रोकने का प्रयास किया। लेकिन छात्रों और बोर्ड के सदस्यों के बीच तीखी बहस हुई, जो देखते ही देखते धक्का-मुक्की और हाथापाई में बदल गई। इस दौरान महिला गार्डों से भी छात्राओं की झड़प हुई। पुलिस की मानें तो छात्रों का उद्देश्य धार्मिक उन्माद फैलाना था। जब सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को शांत करने की कोशिश की तो छात्रों ने सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट की और तोड़फोड़ भी की। इस झड़प में दो महिला गार्ड घायल हो गईं जिन्हें गम्भीर चोटें आईं और फिलहाल ट्रामा सेंटर में उनका इलाज चल रहा है।
मनुस्मृति की प्रतीकात्मक प्रति जलाने के बाद मचा बवाल
घटना के दौरान छात्रों और प्राक्टोरियल बोर्ड के बीच विवाद करीब तीन घंटे तक चला। भगत सिंह छात्र मोर्चा के सदस्यों ने चौराहे पर मनु स्मृति जलाने की बात कही थी। लेकिन प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य और छठ संगठन ने इसका विरोध किया। इस दौरान छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। तनाव के बीच अचानक छात्रों के एक समूह ने मनु स्मृति की प्रतीकात्मक प्रति जलाने का प्रयास किया, जिसके बाद स्थिति और बिगड़ गई। बोर्ड और छात्रों के बीच धक्का-मुक्की, 13 हिरासत में
झगड़े के दौरान भगत सिंह छात्र मोर्चा की छात्राओं ने महिला गार्डों से झड़प की, जबकि छात्रों और प्राक्टोरियल बोर्ड के बीच धक्का-मुक्की जारी रही। आरोप है कि छात्रों ने महिला गार्डों को घायल किया। वहीं, भगत सिंह छात्र मोर्चा के सदस्यों का आरोप है कि प्राक्टोरियल बोर्ड ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें मारा-पीटा।
घटना के बाद लंका थाने की पुलिस ने सभी 13 छात्रों को हिरासत में ले लिया और पूछताछ शुरू कर दी। सुरक्षाकर्मियों की शिकायत पर पुलिस ने छात्रों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। इस विवाद ने बीएचयू परिसर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है।