कोरोना संक्रमण कम होने से बढ़ा उत्साह सूरजपोल, धानमंडी आदि जगहों पर राखियों की स्टॉल्स सज गई है। यहां महिलाएं राखियां खरीदती नजर आ रही है। इस बार राखियों में अलग-अलग तरह की डिजाइंस व स्टोनवर्क वाली राखियां पसंद की जा रही है। बच्चों के लिए भी आकर्षक राखियां उपलब्ध है। थोक व्यापारी हिमांशु जैन ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार खरीद जोरों पर है। पिछले साल लॉकडाउन होने से लोग घरों से नहीं निकल पाए थे। इस साल संक्रमण कम पडऩे से राहत मिली है, बाजार खुले है।
मालदास स्ट्रीट, हाथीपोल व अन्य बाजारों में कपड़ों की खरीदारी भी हो रही है। ग्रामीणी क्षेत्रों से भी लोग यहां पहुंच रहे है। कपड़ा व्यवसायी संजय चपलोत ने बताया कि कुछ दिनों से खरीदारी बढ़ी है। महिलाएं लहरिया व वर्क वाली साडिय़ां पसंद कर रही है। मिठाई, नमकीन व नारियल की बिक्री भी बढ़ चुकी है। गिफ्ट्स गैलरी में भी गिफ्ट, कार्ड, चॉकलेट पैक्स, सॉफ्ट टॉयज की खरीद हो रही है।
ड्राय फ्रूट्स हुए महंगे ड्राय फ्रूट व्यापारी अनिल कस्तूरी ने बताया कि इन दिनों ड्राय फ्रूट्स की डिमांड बढ़ी है, लेकिन इनकी कीमतें बढऩे से खरीद में मात्रा कम हुई है। कीमतें बढऩे का कारण अमरीका में कई खेतों में आग लगने से फसल को नुकसान होना है। भारत में 80 प्रतिशत बादाम अमरीका से आता है। वहीं, अफगानिस्तान मामले के कारण भी असर पड़ा है।
बादाम – 950 रुपए किलो काजू – 750 से 800 रुपए किलो
पिस्ता – 850 रुपए किलो किशमिश – 240 से लेकर 300 किलो
अखरोट -250 रुपए किलो छुआरे – 160 रूपए किलो