ऐसे हुआ खुलासा थानाधिकारी ने बताया कि कांस्टेबल दिनेश सिंह थाना क्षेत्र में गश्त करते हुए बलीचा बाइपास पहुंचा। यहां अंधेरे में खड़े दो लोग बातें कर रहे थे। उनकी गतिविधियां संदिग्ध लगने पर कांस्टेबल ने सवाल किया तो वे संतुष्टिप्रद जवाब नहीं दे पाए। कांस्टेबल ने थाने पर सूचना दी, जहां से जाप्ता पहुंचा और दोनों आरोपियों को थाने लाए। यहां गहनता से पूछताछ करने पर आरोपियों ने बैंगलुरू में चोरी करना कबूल किया। ऐसे में महाराष्ट्र पुलिस से संपर्क किया तो पूरा घटनाक्रम सामने आ गया।
बड़े शहरों में सक्रिय है नेपाली गैंग बताया गया कि नेपाली गैंग भारत के बड़े शहरों में सक्रिय है, जो चोरी की बड़ी वारदातों को अंजाम देती है। वारदात के बाद सभी अलग-अलग शहरों में मजदूरी करते हुए फरारी काटते हैं। गैंग ने 30 अप्रेल को बैंगलुरू की अक्षय नगर कॉलोनी में गंगाधराय के बंगले पर चोरी की थी। वहां से 24 तोला सोना, ढाई किलो चांदी साढ़े 5 लाख रुपए नकद, 1000 अमेरिकी डॉलर, 1500 पाउंड यूके करेंसी और कुछ कीमती सामान चोरी किया था।