जिले में ५ हजार से अधिक ऑटो और तीन हजार के करीब ई-रिक्सा सडक़ों पर दौड़ रहे है। वहीं ९५० के करीब ऑटो चल रहे है। उसके द्वारा शहर में नया बस स्टैंड से लेकर रेलवे स्टेशन तक का किराया २० रुपए, कलक्ट्रेट रोड से रेलवे स्टेशन तक १५ रुपए, कलक्ट्रेट से चकरा और अस्पताल तक १० रुपए और पपौरा चौराहा तक १५ रुपए लिया जा रहा है। नया बस स्टैंड से आंबेडकर और बाजार तक १० रुपए लिए जा रहे है।
नया बस स्टैंड से आंबेडकर तक, पुराना बस स्टैंड, गांधी चौराहा, सिटी कोतवाली, स्टेट बैंक, पपौरा चौराहा, तालदरवाजा, कटरा बाजार, राजमहल, लुकमान चौराहा, सैलसागर चौराहा, सिविल लाइन, अस्पताल चौराहा, कलक्ट्रेट, रेलवे स्टेशन तक किराया तय किया गया था। लेकिन नए ऑटो और ई-रिक्सा संचालकों ने नियमों को बिगाड़ दिया है।
शहर की यातायात व्यवस्था सुधार और मनमाने किराए से यात्रियों को बचाने के लिए नरगपालिका और यातायात विभाग ने एक दशक पहले ऑटो रिक्सों का एरिया तय किया था। ग्रामीण, शहरी, कलेक्ट्रेट, कुंडेश्वर के साथ अन्य स्थानों पर जाने वाले ऑटों को कलर चस्पा किया था। जिसमें यात्रियों और अन्य संचालकों में विवाद की स्थिति पैदा नहीं होती थी।
यातायात सुधार के लिए ऑटो ई-रिक्सों को कलर बांटना जरूरी है। व्यवस्था सुधार में इस प्रक्रिया को जल्द ही लागू किया जाएगा। इससे अपने क्षेत्र में वाहन संचालित होंगे।
कैलाश कुमार पटेल, यातायात प्रभारी टीकमगढ़।