जिला शिक्षा विभाग के आईटी प्रभारी अनूप शर्मा ने बताया कि बोर्ड परीक्षा में गोपनीयता भंग नहीं हो। उसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने
बदलाव किए है। इसमें पेपर को लाने और ले जाने के लिए कलेक्टर प्रतिनिधि बनाया जाएगा। विकासखंड स्तर पर नियुक्त अधिकारियों को केंद्राध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। अब पूरी प्रक्रिया सॉफ्टवेयर रैंडम पद्धति से आयोजित की जाएगी। यह भी बताया गया कि लापरवाही करने वाले शिक्षक और प्राचार्य को केंद्र पर तैनात नहीं किया जाएगा।
शिक्षा विभाग के आइटी प्रभारी अनूप शर्मा ने बताया कि बोर्ड परीक्षा को आयोजित कराने के लिए कलेक्टर के निर्देश पर बैठक आयोजित की जाएगी। उनके निर्देश पर केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्षों की नियुक्ति के लिए सूची शिक्षा विभाग द्वारा जिला सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) भेजेंगे। इस सूची को सॉफ्टवेयर पर डाला जाएगा। वह सॉफ्टवेयर रैंडम पद्धति से किसी शिक्षक का नाम जिले के किसी केंद्र के साथ केंद्राध्यक्ष या सहायक केंद्राध्यक्ष के तौर पर जोड़ देगा।