बोर्ड परीक्षाओं को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए मंडल द्वारा केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्षों की नियुक्ति की जाती है। इस वर्ष इनके चयन की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। इस बार किस परीक्षा केंद्र पर केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष कौन होगा, इसका फैसला अधिकारी नही, बल्कि जिला सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) सॉफ्वेयर के माध्यम से करेगा। इस बार 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा 25 फरवरी से शुरू होंगी। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षाओं के लिए और भी नियम बदले गए हैं।
गोपनीयता भंग नहीं हो, किए बदलाव जिला शिक्षा विभाग के आईटी प्रभारी अनूप शर्मा ने बताया कि बोर्ड परीक्षा में गोपनीयता भंग नहीं हो, उसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने यह बदलाव किए हैं। इसमें पेपर को लाने और ले जाने के लिए कलेक्टर प्रतिनिधि बनाए जाएंगे। विकासखंड स्तर पर नियुक्त अधिकारियों को केंद्राध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। अब पूरी प्रक्रिया सॉफ्टवेयर के माध्यम से रेंडम आधारित होगी। यह भी बताया गया कि लापरवाही करने वाले शिक्षक और प्राचार्य को केंद्र पर तैनात नहीं किया जाएगा।
कलेक्टर के निर्देश पर बनेगी समिति परीक्षा प्रभारी अनूप शर्मा ने बताया कि बोर्ड परीक्षा को आयोजित कराने के लिए कलेक्टर के निर्देश पर बैठक आयोजित की गई थी। उनके निर्देश पर केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्षों की नियुक्ति के लिए सूची शिक्षा विभाग द्वारा जिला सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) भेजेंगे। इस सूची को सॉफ्टवेयर पर डाला जाएगा। वह सॉफ्टवेयर रेंडम पद्धति से केंद्राध्यक्ष या सहायक केंद्राध्यक्ष का चयन करेगा।
ऐसे में इन आरोपों को विराम लगेगा कि किसी स्कूल या केंद्र को फायदा देने के लिए अपने परिचित को केंद्राध्यक्ष बना दिया है। उनका कहना था कि इस बार परीक्षाओं को लेकर विभाग ने खाद निर्देश दिए हैं।