शोभा यात्रा में आगे चल रहे महिला श्रद्धालुओं ने झाडूृ से मार्ग की साफ-सफाई की। फूलों से सजी पालकी में गुरु ग्रंथ साहब व शामिल हुए श्रद्धालुओं का गुरुद्वारा सिंह सभा, गुरुद्वारा नानक दरबार व शहीद भगतसिंह पुस्तकालय सहित अन्य कई धार्मिक संस्थाओं व सेवादारों की ओर से भव्य अभिनंदन किया गया। इससे पहले अरोड़वंश गुरुद्वारा में रखे अखंड पाठ का भोग डाला गया। मौके पर सजे कीर्तन-दीवान में स्वामी रामतीरथ बरनाला वाले, भाई अवतारसिंह मस्तुआना साहिब वाले, भाई गुरदयाल सिंह ऐलनाबाद वाले व भाई जगदीप सिंह गुरुद्वारा सिंह सभा ने गुरु महिमा का बखान किया। उन्होंने सतगुरु नानक प्रगटिया, मिटी धुंध जग चानण होया रचना व प्रेरक प्रसंग सुनाकर भाव-विभोर कर दिया। कार्यक्रम के दौरान एसडीएम श्योराम व तहसीलदार गिरधारी लाल सहित अन्य कई अतिथियों व सेवादारों का सरोपा पहनाकर सम्मान किया गया।
कीर्तन दीवान के बाद गुरु का अटूट लंगर भी बरताया
कीर्तन दीवान के बाद गुरु का अटूट लंगर भी बरताया गया। समिति अध्यक्ष डॉ.हजारीलाल मुटनेजा, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश पाहवा, सचिव राजेंद्र मुटनेजा, सह-सचिव संदीप सेठी, कमल बिलंदी सोनू, कोषाध्यक्ष विजय बठला व बारातघर इंचार्ज हरीश रस्सेवट ने मुख्य सेवादारों व आर्थिक सहयोगकर्ताओं का सम्मान किया। संरक्षक मंडल में शामिल जगदीशप्रसाद रस्सेवट, रामकृष्ण सलूजा, रामलाल छाबड़ा, सुभाष बवेजा, पूर्व अध्यक्ष मुकेश नारंग, राजन तनेजा, राकेश सोनी, अशोक बिलंदी, सदानंद मिगलानी, सतेंद्र सलूजा, अशोक बवेजा व अन्य सेवादारों के साथ भाई कन्हैयालाल सेवा सोसायटी और सर्व-धर्म चरण पादुका सेवा समिति ने व्यवस्था में सहयोग किया। शोभा यात्रा निकालने के बाद देर शाम अरोड़वंश गुरुद्वारा परिसर में भव्य आतिशबाजी की गई।