इस दौरान उन्होंने एसआई भर्ती परीक्षा से जुड़े सवाल भई उठाए। किरोड़ी लाल मीणा ने प्रेसवार्ता के बाद इशारों ही इशारों में दौसा की हार का भी जिक्र किया और राजस्थान सरकार की इंटेलिजेंस पर भी गंभीर आरोप लगाए।
डोटासरा ने तीन वीडियो किए शेयर
देश की जनता को ये 3 बयान सुनने चाहिए। डोटासरा ने कहा कि जब देश में अधिनायकवाद का ‘राज’ हो और ‘नीति’ विलुप्त हो जाएं तो विश्वसनीयता पर सवाल उठना लाज़मी है। संवैधानिक पदों पर आसीन एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अपनी सरकारों के कुशासन और कोलैप्स सिस्टम की कहानी कह रहे हैं।
पहला बयान पहले बयान में देश के दूसरे सर्वोच्च पद पर आसीन व्यक्ति माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी उस किसान की दुर्दशा से चिंतित हैं, जो 10 साल से पीड़ित है और ठगा जा रहा है। माननीय उपराष्ट्रपति जी, इस अन्नदाता के साथ किसी और ने नहीं, बल्कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बार-बार छल किया है। MSP की कानूनी गारंटी, किसान कर्जमुक्ति और आय दोगुनी करने को लेकर वादाखिलाफी की है।
दूसरा बयान
दूसरे बयान में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी संसदीय कार्य मंत्री के सामने मोदी सरकार की विफलता और मंत्रियों की अक्षमता को इंगित कर रहे हैं। जहां सदन में मोदी मंत्रिमंडल के सदस्यों के पास ना तो जनता के सवालों का कोई जवाब होता है, और ना ही मंत्री जवाब देने के लिए स्वयं सदन में उपस्थित होते हैं।
तीसरा बयान तीसरे बयान में राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता किरोड़ी लाल मीणा जी अपने मुखिया पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं। बार-बार मुख्यमंत्री के निर्णयों और उनके विभाग की कार्यशैली को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा शेयर किए गए तीनों बयान राजस्थान और देश के ज्वलंत मुद्दों से जुड़े हैं। पहला बयान भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा दिल्ली के एक कार्यक्रम में दिया गया था। दूसरा बयान लोकसभा की कार्यवाही से जुड़ा है। वहीं, तीसरा बयान भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा द्वारा आज ही दिया गया है।