धर्मशाला की स्थिति सुधारने की मांग
ग्रामीणों के अनुसार धर्मशाला में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की खराब स्थितियों के कारण गांव के बच्चों को समय शिक्षा नहीं मिल पा रही है। कई बार बिजली न होने के कारण बच्चों को असुविधा होती है, वहीं शौचालय नहीं होने से स्वच्छता से जुड़ी समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं। इस स्थिति के चलते अभिभावक अपने बच्चों को केंद्र भेजने से हिचकिचाते हैं। गांव में आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन के लिए धर्मशाला भवन में बिजली, पानी और अन्य आवश्यक सुविधाओं की कमी को लेकर ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन को अवगत कराया है। अब तक, इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है, जिससे ग्रामीणों में निराशा बढ़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए।
विद्यालय को भी किया जाए क्रमोन्नत
रमेश कुमार, विकास कुमार, मेघाराम, महेंद्र लाल, आई.डी. पंच परमेश्वरी देवी, राजेंद्र कुमार, धोला राम, सुनील कुमार और मुकेश कुमार ने आंगनबाड़ी केंद्र को एक नए और बेहतर भवन में स्थापित करने की मांग की है। उन्होनें कहा कि धर्मशाला में वर्तमान संचालन व्यवस्था के चलते बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाया जाए। समस्या समाधान के लिए ग्रामीणों ने डायरेक्टर मेघराज नायक के माध्यम से एक ज्ञापन भी प्रशासन को भेजा है। इस ज्ञापन में धर्मशाला में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की खराब स्थिति, बिजली और पानी की व्यवस्था का अभाव, और केंद्र को एक बेहतर स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग की गई है। इसके अलावा गांव के विधालय को क्रमोन्नत करने की मांग भी रखी हैं। इसके अलावा ग्रामीणों ने गांव के विधालय को क्रमोन्नत करवाने की मांग को प्रशासन के समक्ष रखने की अपील की। ग्रामीणों ने लिखा कि समस्त मापदंड पूरे करने के बावजूद विधालय को क्रमोन्नत नहीं किया जा रहा है।