सूचना मिलते ही हरकत में आए अधिकारी
मेल मेडिकल वार्ड में लगातार रोगियों के आने पर बैड व्यवस्था प्रभावित हुई तो प्रभारियों ने और रोगियों को भर्ती करने से इंकार कर दिया। इन प्रभारियों ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक मोंगा और उपनियंत्रक डा. ज्योत्सना चौधरी को अवगत कराया। इस शिकायत में बताया कि लगातार रोगी आ रहे है, ऐसे में संबंधित चिकित्सकों को पाबंद करें कि निर्धारित बैड संख्या के अनुरुप ही रोगियों को भर्ती करने के निर्देश दे।
इतने आए उपचार कराने रोगी
तिथि ओपीडी आईपीडी
एक नवम्बर 497 117
दो नवम्बर 1203 136
तीन नवम्बर 1027 110
चार नवम्बर 3915 160
पांच नवम्बर 3041 162
छह नवम्बर 2695 172 प्रदूषण बढ़ने पर सांस रोगियों की संख्या बढ़ी
जिला चिकित्सालय की उपनियंत्रक डा. ज्योत्सना चौधरी का कहना है कि इलाके में प्रदूषण ज्यादा बढ़ने पर सांस रोगियों के भर्ती की संख्या बढ़ी है। संबंधित चिकित्सकों से फीडबैक लिया जा रहा है ताकि जितने बैड हैं उसने ही रोगी भर्ती हो सके। यह संतुलन बनाने का प्रयास किया गया है।
डेंगू रोगियों की संख्या 358 तक पहुंची
इधर, जिले में डेंगू रोग का असर कम नहीं हो पाया है। गुरुवार को आठ और नए रोगी सामने आए है। डिप्टी सीएमएचओ डा. करण आर्य ने बताया कि कुल संख्या 358 तक पहुंच गई है। इसमें सबसे ज्यादा श्रीगंगानगर शहरी क्षेत्र में रोगी डेंगू बुखार के पीडि़त है। डिप्टी सीएमएचओ के अनुसार श्रीगंगानगर शहर में 192, श्रीगंगानगर ग्रामीण क्षेत्र में 92, पदमपुर में 13, करणपुर में 25, सादुलशहर में 16, सूतरगढ़ में 20 रोगी शामिल है। डेंगू का प्रकोप श्रीगंगानगर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में अधिक बना हुआ है।