मिल रहा योजनाओं का लाभ
क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी पूर्व में घरों व निजी चिकित्सालयों में अधिक होती थी।लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने राज्य व केन्द्र सरकार की योजनाओं के तहत शिशु जन्म दर के सुरक्षा चक्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संचालित की जा रही है। इस वजह से संस्थागत डिलीवरी का आंकड़ा बढ़ गया है।इसमें प्रधानमंत्री मातृत्व दिवस, टीकाकरण अभियान, राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम, लेबर रूम स्टाफ को दक्षता प्रशिक्षण, एमटीसी सेंटर, अनिमिया मुक्त भारत, विटामिट ए, पीसीटीएस सॉफ्टवेयर आदि कार्यक्रम शामिल है। वही, संस्थागत डिलीवरी में वृद्धि के कारणों में से एक गर्भवती महिलाओं को जागरूक करना और उन्हें संस्थागत डिलीवरी के फायदे के बारे में बताना है। इसके अलावा स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना और संस्थागत डिलीवरी के लिए आवश्यक सुविधाओं का विकास करना भी महत्वपूर्ण कारक हैं। इस वृद्धि से श्रीगंगानगर में शिशु और माता के स्वास्थ्य में सुधार होने की उम्मीद है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर नजर डाले तो श्रीगंगांनगर जिले में वर्ष 2023-24 में अबतक18291महिलाओं की डिलीवरी हुई। इसमें से 5464 गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन ऑपरेशन हुए। जबकि18237 शिशुओं का जन्म हुआ।सीएचसी सूरतगढ़ में बढ़ा डिलीवरी का ग्राफ
सूरतगढ़ सीएचसी में डिलीवरी का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। सूरतगढ़ सीएचसी के आंकड़ों पर नजर डाले तो वर्ष 2019 में 987 डिलीवरी व सिजेरियन 0,2000 में 1127 डिलीवरी व सिजेरियन 0, 2021 में 1362 डिलीवरी व सिजेरियन 79, 2022 में 1163 डिलीवरी व सिजेरियन 9, 2023 में 1954 डिलीवरी व 123 सिजेरियन, 2024 में अबतक 1903 डिलीवरी हो चुकी है। जबकि इसमें से 232 सिजेरियन डिलीवरी हुई है। सीएचसी के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.मांगीलाल लेघा ने बताया कि संस्थागत डिलीवरी के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। सीएचसी गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच के साथ साथ डिलीवरी की सुविधा भी उपलब्ध है। इस वजह से सरकारी चिकित्सालय में डिलीवरी करवाने के लिए गर्भवती महिलाएं आ रही है।श्रीगंगानगर जिले में डिलीवरी की स्थिति
वर्ष डिलीवरी सिजेरियन शिशु जन्म2021-22 31390 6080 31239
2022-23 32141 6547 32093
2023-24 18291 5464 18237