पुलिस ने बताया कि मिर्जेवाला निवासी विनोद कुमार पुत्र भूप सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसके परिवार की जमन चक आठ एफ बड़ा में पड़ती है। वहीं पास में सोहनलाल आदि के परिवार की जमीन भी है, जो रंजिश रखते हैं और जान से मारने की धमकी देते रहे हैं। शनिवार सुबह उसके परिवार के आदराम, प्रभुदयाल व अनिरुद्ध आदि खेत में कार्य कर रहे थे। करीब साढ़े ग्यारह बजे वह अपने चाचा लालचंद के साथ बाइक पर खेत जा रहा था। रास्ते में सोहन, सुदेश, जयप्रकाश, महेन्द्र, भूप सिंह वगैरह ने उसके चाचा को रोक लिया और लाठी-डंडों से पीटने लगे। आरोपियों ने उसको जान से मारने की बात कही। लालचंद को नीचे पटक कर मुंह दबाकर सांस भी रोका व अन्य ने मेरे साथ भी मारपीट की। शोर करने पर पास खेत में काम रहे आदराम आदि भी पहुंच गए। आरोपी वहां से भाग गए। चाचा लालचंद को संभाला तो अंदरुनी चोट लगने से उसकी मौत हो गई। उसको राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। पुलिस ने दोपहर बाद पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया था। परिजन व ग्रामीण शव को गांव ले गए और मिर्जेवाला के बाहर बस स्टैण्ड के पास शव रखकर धरना लगा दिया। इस मामले की सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइस कर शव घर ले जाने के लिए समझाइस की लेकिन परिजन व ग्रामीण नहीं माने और शव रखकर बैठे रहे। रविवार को भी ग्रामीण शव रखकर वहां बैठे रहे। शाम को चार बजे सीओ ग्रामीण भंवरलाल, तहसीलदार संजय अग्रवाल, नायब तहसीलदार हरदीप सिंह व थाना प्रभारी रामभज मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को दो दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी व कार्रवाई का लिखित आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया। इसके बाद परिजन शव ले गए और अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने बताया कि एक-दो जनों को राउंडअप किया गया है। पुलिस अन्य की तलाश कर रही है।