किसान सभा के महासचिव सागर खाचरिया ने बताया कि किसानों का सम्पूर्ण कर्जा माफ नहीं होने तक sikar kisan andolan 2018 जारी रहेगा। इधर, किसान सभा के आंदोलन को माकपा ने भी समर्थन दिया है। जिला सचिव किशन पारीक ने बताया कि जिलेभर के साढ़े तीन लाख से अधिक किसानों ने इस मांग को लेकर किसान सभा को समर्थन दिया है।
मंडी में ही ज्ञापन लेने की तैयारी
जिला प्रशासन ने किसानों के गिरफ्तारी आंदोलन को देखते हुए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए है। जिला प्रशासन देर रात इसी रणनीति में जुटा रहा कि किसानों का कलक्ट्रेट के बजाय मंडी में ही ज्ञापन ले लिया जाए।
सीकर से भाजपा राज में हुए किसान आंदोलन
1. बिजली की दरों को लेकर:
किसान सभा ने बिजली की दर बढ़ोतरी को लेकर विरोध किया। सहायक अभियंता कार्यालयों से लेकर जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। इसके बाद प्रदेशभर के किसानों ने जयपुर में प्रदर्शन किया।
2. कर्जा माफी को लेकर चक्काजाम:
कर्जा माफी की मांग को लेकर किसानों ने कई चरणों में आंदोलन किया। इसकी शुरूआत भी सीकर की धरती से हुई। किसानों के सीकर किसान आंदोलन 2018 के बाद सरकार ने 50 हजार रुपए तक कर्जा माफ किया।
3. भाजपा व कांग्रेस को घेरने की तैयारी:
किसानों के मुद्दों के जरिए किसान सभा व माकपा भाजपा व कांग्रेस को घेरने की तैयारी में है। माकपा किसानों के मुद्दों को लेकर खासतौर पर शेखावाटी में फिर से सियासी जमीन को मजबूत करने में जुटी है। वहीं भाजपा व कांग्रेस के भी अपने-अपने दावे है।
शहर में यातायात: व्यवस्था रहेगी प्रभावित
गुरुवार को किसानों के गिरफ्तारी आंदोलन के कारण जिला मुख्यालय पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित रहेगी।
किसान आंदोलन को लेकर पुलिस की तैयारी पूरी
सीकर. जयपुर रेंज आईजी वीके सिंह ने कहा कि गुरुवार को किसान आंदोलन को लेकर पुलिस की तैयारी पूरी है। किसान सभा के बाद गिरफ्तारी देंगे। शांतिपूर्ण आंदोलन के लिए किसान नेताओं से भी पुलिस की बात हुई है। बुधवार शाम सीकर आए आईजी ने शहर का दौरा भी किया। आईजी वीके सिंह बुधवार शाम सीकर पहुंचे। यहां एसपी ऑफिस में उन्होंने पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और एसपी ऑफिस का निरीक्षण किया।
इसके बाद एसपी प्रदीप मोहन शर्मा व एएसपी डॉ तेजपाल सिंह के साथ शहर का दौरान किया। इस दौरान उन्होंने यातायात व्यवस्था भी देखी। उन्होंने कहा कि सीकर पुलिस के बहुत ज्यादा टीए बिल बकाया हैं उनके भुगतान को लेकर प्रयास किए जाएंगे। आईजी ने अधिकारियों को अपराध नियंत्रण के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगाया जाए। बदमाशों से सख्ती से निपटा जाए। आर्थिक अपराधों पर विशेष ध्यान दिया जाए। आईजी ने कहा कि हैडकांस्टेबल के पद पर जल्द ही काफी पदोन्नती होगी। जिससे पुलिस में जांच अधिकारियों की कमीं नहीं रहेगी। पदोन्नती को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कांस्टेबल को हैडकांस्टेबल बनाया जाएगा।