जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह करीब सात बजे युवक गिर्राज सिंह धायल जलदाय विभाग की पानी की टंकी पर चढ़ गया। सुबह आसपास के लोगों ने पानी की टंकी पर युवक को चढ़ा हुआ देखा तो एक बार तो उसे जलदाय विभाग का कार्मिक मानकर नजरअंदाज कर दिया, लेकिन युवक काफी देर बाद भी टंकी से नीचे नहीं उतरा तो लोगों को संदेह हुआ।
बाद में युवक ने हो-हल्ला करना शुरू किया तो लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। लोगों ने खंडेला पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना के काफी देर बाद पुलिस चौकी से कांस्टेबल सुरज्ञान मीणा मौके पर पहुंचे। बाद में कुछ युवक पानी की टंकी पर चढ़े और युवक गिर्राज से समझाइश करने लगे। लेकिन युवक ने अपने पिता को मौके पर बुलाने की बात को लेकर अड़ गया और टंकी से नीचे उतरने से इनकार कर दिया। बाद में उसके मांगों का समाधान कराने के आश्वासन के बाद युवक करीब ढाई घंटे से नीचे उतरा। इसके बाद उसे पुलिस चौकी लाया गया। पुलिस चौकी में पहुंचे खंडेला उपाधीक्षक इनसार अली से उससे पूरी जानकारी जुटाई।
कागज व पेन मांगकर लिखी मांगे
मौके पर पहुंचे कांस्टेबल सुरज्ञान व लोगों की काफी समझाइश के बाद भी युवक नीचे नहीं उतरा। बाद में युवक ने अपनी मांगे लिखने के लिए कागज व पेन मांगे। कागज व पेन टंकी पर भिजवाने के बाद युवक ने पिता पर जमीन का बंटवारा नहीं करने का आरोप लगाते हुए जमीन का तीनों भाइयों में बंटवारा कर सीमाज्ञान कराने, उसके हक की जमीन दिलाने, पिता द्वारा उसके खिलाफ पूर्व में किये गए मुकदमे को वापस लेने सहित पांच मांगे लिखकर पर्ची नीचे फेंकी। बाद में कांस्टेबल ने उसकी मांगों का समाधान कराने के आश्वासन पर युवक नीचे उतरा। नहीं पहुंचे जिम्मेदार अधिकारी
युवक सुबह करीब सात बजे ही पानी की टंकी पर चढ़ गया। उसके टंकी पर चढ़ने के कुछ देर बाद ही लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पर कांवट चौकी से महज एक कांस्टेबल सुरज्ञान मीणा ही मौके पर पहुंचे। लेकिन इतनी बड़ी घटना के बाद भी सूचना पर किसी जिम्मेदार पुलिस अधिकारी के नहीं पहुंचने से मौके पर जमा लोगों ने पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ नाराजगी जताई।