बता दें कि, नवजात के दो हाथ और सिर बिल्कुल सही सलामत और स्वस्थ हैं। लेकिन दोनों पैरों के स्थान पर एक पूछ जैसी चीज या यूं कहें कि, गैंडा के सींग की तरह दिखने वाली चीज है। बच्चे के जन्म के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने तत्काल जच्चा बच्चा को शिवपुरी जिला अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल के एसएनसीयू में नवजात को विशेष डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
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जच्चा-बच्चा जिला अस्पताल रेफर
जानकारी के अनुसार पिछोर ब्लॉक के भोड़न गांव निवासी भावना पत्नी अरविंद्र पाल को प्रवस पीड़ा के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनपुरा में शुक्रवार शाम 7 बजे भर्ती कराया गया था। लगभग 7:30 बजे प्रसूता भावना ने एक नवजात को जन्म दिया। लेकिन जन्मा नवजात सामान्य नहीं था। नवजात में जन्मजात विकृति के साथ पैदा हुआ था। नवजात सामान्य न होने से उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनपुरा में पदस्थ डॉक्टर रजत जैन ने जच्चा बच्चा को शिवपुरी के जिला अस्पताल रेफर कर दिया। आपको बता दें कि, भावनाका ये पहला बच्चा है, जो जन्मजात विकृत पैदा हुआ है।
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डॉ. ने बताई ऐसा बच्चा होने की वजह
इस संबंध में एसएनसीयू डॉक्टर विनोद गोलिया का कहना है कि, नवजात जन्मजात विकृति के साथ पैदा हुआ है। बच्चे का वजन 1 किलो 48 ग्राम है, जो सामान्य से काफी कम है। इसके साथ ही नवजात के मल मूत्र द्वार भी नहीं है। डॉक्टर का कहना था ऐसे केसों में गर्भवती सही समय पर अपनी जांच नहीं करवाती हैं। इसके चलते ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। हालांकि, बच्चे की मां हालत बिल्कुल ठीक है।
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