दरअसल, मामला जनपद शामली के एसपी ऑफिस का है। जहां बुधवार को थाना झिंझाना क्षेत्र स्थित चौसाना चौकी के गांव खोडसमा निवासी एक महिला अपनी 17 वर्षीय बेटी के साथ एसपी कार्यालय पहुंची। कार्यालय में एसपी की गैरमौजूदगी में मां-बेटी ने शिकायत देते हुए आरोप लगाया कि उनका गांव के ही एक दबंग परिवार से विवाद है। पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि उसकी तीन बेटियां हैं, जिन्हें स्कूल आते-जाते समय आरोपी छेड़ते हैं और गाली-गलौज भी करते हैं। उन्होंने इसकी शिकायत कई बार चौसाना पुलिस चौकी में भी की है, आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायत देते ही मां-बेटी ने एसपी कार्यालय परिसर में ही सल्फास खा लिया। यह देखते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मी तुरंत मां-बंटी को लेकर सीएचसी पहुंचे। जहां डाॅ. जगमोहन ने बताया कि दोनों के सल्फास निगलने की आशंका है। इसलिए उन्होंने दोनों मां-बेटी को मेरठ मेडिकल काॅलेज रेफर कर दिया।
सूचना मिलते ही एसपी अजय कुमार भी अस्पताल पहुंचे और पीड़ितों का हाल जाना। एसपी ने बताया कि मां और बेटी दोनों खतरे से बाहर हैं। फिर भी अच्छे उपचार के लिए दोनों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। बता दें कि पुलिस ने इस मामले में विपिन, अरविंद, नरेश और सुनील के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं एसपी अजय कुमार ने लापरवाही बरतने के आरोप में चौसाना चौकी इंचार्ज बीनू सिंह को निलंबित करते हुए एएसपी राजेश श्रीवास्तव को मामले की जांच सौंप दी है। पुलिस को घटनास्थल से सल्फास की दो शीशी भी मिली हैं। जांच के बाद इस मामले में जो भी दोषी होगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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