गांववालों ने करवाया कुत्ते का अंतिम संस्कार
जब कभी गांव वाले लल्लू को उदास देखते थे तो उसकी देखभाल भी करते थे। कुछ दिनों से लल्लू काफी बीमार था। बीमारी के कारण ही उसकी मौत हो गई। लोगों ने बताया कि किसी की हिम्मत नहीं थी कि कोई भी अनजान व्यक्ति मोहल्ले में घुस जाए, लल्लू ने आज तक किसी भी बच्चे या नागरिक को नहीं काटा था। लोगों ने विधि विधान के साथ लल्लू की शव यात्रा निकाली और शहर के रेलवे फाटक के निकट उसको दफना दिया। 12 साल से इसी मोहल्ले में रह रहा था लल्लू
बुधवार को कुत्ते लल्लू की मोहल्ले में स्थित गुरुधाम आश्रम में रस्म तेरहवीं का आयोजन किया। लोगों ने उसके शव का अंतिम संस्कार किया। बुधवार को उसकी तेरहवीं विधि विधान के साथ की गई। इस दौरान हवन का आयोजन किया गया और भोज की व्यवस्था की गई। लोगों ने उसके फोटो पर फूल और माला चढ़ाया। सभी ने मिलकर कुत्ते की आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की।