बता दें कि नवंबर और दिसंबर महीने में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव संपन्न हो रहे है। छत्तसीगढ़ में 12 और 20 नवंबर को को मतदान होंगे। वहीं मध्य प्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को और राजस्थान और तेलंगाना में 7 दिसंबर को वोटिंग होगी। पांचों राज्यों के चुनाव नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे। मध्य प्रदेश में कुल 231 विधानसभा सीटें है। हालांकि इनमें से 230 सीटों पर ही चुनाव होते हैं और बाकी सदस्य को नामित किया जाता है। 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 166, कांग्रेस को 57, बसपा को 4 और अन्य को तीन सीटें मिली थी।
गौरतलब है कि, मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस ही मुख्य दल है। वहीं बसपा तीसरी पार्टी तो सपा चौथी पार्टी की भूमिका में रहती है। इस बार सर्वण समाज पार्टी भी अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। इसलिए भाजपा-कांग्रेस दलों के नेता विधानसभा की टिकट के जोर जुगाड़ में दिल्ली-भोपाल मुख्यालय की दौड़ में शामिल है। विधायक बनने की मंशा पाल रहे लोग इस बार मैहर शारदा मंदिर नहीं पहुंच पा रहे है। साथ ही उनके समर्थकों ने नेताजी के आव-भगत के चक्कर में माई का दर भूल गए है।
– पहले दिन 1 से 1.50 लाख।
– दूसरे दिन 70 से 80 हजार।
– तीसने दिन 72 से 82 हजार।
– चौथे दिन 80 से 90 हजार।
– पांचवें दिन 2.50 से 3 लाख।
– छठवें दिन 80 से 90 हजार।
– सातवें दिन 70 से 80 हजार।