एक ही डेस्टिनेशन के लिए किराया अलग-अलग
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मंत्री ने कहा, “मोबाइल के विभिन्न मॉडलों (iPhone/Android) के आधार पर स्पष्ट रूप से अलग-अलग किराया रेट पर उपभोक्ता मामलों के विभाग ने CCPA के माध्यम से प्रमुख कैब एग्रीगेटर्स ओला और उबर को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है।” बता दें कि यह मुद्दा तब सामने आया जब कई आईफोन और एंड्रॉइड यूजर्स ने अलग-अलग स्मार्टफोन पर जांच करने पर एक ही डेस्टिनेशन के लिए किराए की कीमतों मे अंतर पाया और इसकी शिकायत की। दरअसल, एक ही समय में समान पिकअप पॉइंट से ड्रॉप पॉइंट के लिए आइफोन से ओला या उबर बुक करने पर अधिक किराया देना पड़ता है, जबकि एंड्रॉयड फोन से बुकिंग पर किराया कम लगता है। सोशल मीडिया पर इस खुलासे के बाद केंद्र सरकार ने ओला और उबर पर शिकंजा कस दिया है।
Apple, Ola और Uber को नोटिस जारी कर मांगा जवाब
Ola, Uber और Apple को दिए गए नोटिस यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम दर्शाते हैं कि कंपनियाँ यूजर्स का शोषण न करें और सबसे साथ समान व्यवहार अपनाएं। मंत्री प्रहलाद जोशी ने X पर एक पोस्ट में कहा, “iOS 18+ सॉफ़्टवेयर अपडेट के बाद iPhones में प्रदर्शन संबंधी समस्याओं के बारे में राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पर शिकायतें प्राप्त करने के बाद, विभाग ने इन शिकायतों की जांच करने के बाद, CCPA के माध्यम से Apple को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें मामले पर जवाब मांगा गया है”।सोशल मीडिया पर उछला मुद्दा
पिछले दिनों सुधीर नाम के युवक ने सोशल मीडिया पर एक स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए कहा था कि एक ही समय में एक ही पिकअप पॉइंट से डेस्टिनेशन तक दोनों फोन पर अलग-अलग किराया है। मुझे हमेशा मेरे फोन (iPhones) पर उबर का किराया बेटी के फोन (Android Mobile) के मुकाबले ज्यादा दिखता है। इसलिए मैं ज्यादातर उसे ही बुक करने के लिए कहता हूं। क्या आपके साथ भी ऐसा होता है? एक फोन पर किराया 290 रुपए दिखाया गया था तो दूसरे फोन पर 342 रुपए बताया गया। इसके बाद इस तरह की कई शिकायतें सामने आई थीं। हालांकि, उबर ने कहा था कि मोबाइल के आधार पर किराया तय नहीं किया जाता।कंपनियों को देना होगा स्पष्टीकरण
CCPA के इस कदम का उद्देश्य उपभोक्ता शिकायतों को दूर करना और कैब एग्रीगेटर्स की ओर से निष्पक्ष व्यवहार सुनिश्चित करना है। कंपनियों को अब मूल्य निर्धारण और इन किराया भिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारकों पर स्पष्टीकरण देना आवश्यक है।href="https://www.indiatoday.in/business/story/donald-trump-us-tariff-threat-china-brics-europen-union-mexico-canada-bluff-or-reality-2669016-2025-01-23?utm_source=articlepage&utm_medium=mustread&utm_campaign=recommendation" target="_blank" rel="noopener">