उधर, किडनैपिंग का मामला होने के चलते पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इस पर संज्ञान लेते हुुए एसपी यमुना प्रसाद ने तुरंत पुलिस की तीन टीमें गठित की और बच्चे की तलाश के आदेश दिए। जिसके बाद बहजोई थाने के एसओ रविन्द्र सिंह ने सर्विलांस और क्राइम ब्रांच की मदद से जिस नंबर से फोन आया था उसको ट्रेस कर लोकेशन का पता लगाया। फोन की लोकेशन मनोना गांव के जंगल की मिली। जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस की टीमों ने अपहरणकर्ताओं की घेराबंदी की। इस दौरान पुलिस को बदमाशों के बीच मुठभेड़ भी हुई। जिसमें पुलिस ने दो सगे भाईयों समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अपहरण करने वाला विनोद बच्चे का सगा मौसा। वहीं दूसरा आरोपी जिसका नाम गुड्डू है, वह विनोद का भाई है। इस साजिश में हिमांशु का सगा तहेरा भाई भी शामिल है। आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उन्होंने किसी रंजिश में नहीं बल्कि अपने शौक पूरे करने के लिए फिरौती के लालच में किडनैप की प्लानिंग की। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।