दरअसल सहारनपुर सांसद फजुलर्रहमान लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण चर्चा के दौरान बोल रहे थे। सांसद के अनुसार उन्होंने संसद में कहा कि देश के हालात अच्छे नहीं है। हालात खराब होने के लिए एनआरसी एनपीआर और सीएए जिम्मेदार हैं। सांसद ने यह भी कहा कि इनका ऐलान गृह मंत्री ने संसद में किया था। यह पहली बार है जब कोई कानून धर्म के आधार पर लाया जा रहा है। सभी धर्मों को मानने वाले देश के लोग इस कानून का विरोध करते हैं।
सांसद ने यह भी कहा कि हमारी माताएं बहनें एनआरसी के विरोध में सड़कों पर हैं प्रदर्शन कर रही हैं। जब देश की महिलाएं मां बहने सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं तो ऐसे में सरकार को सोचना चाहिए। यह वही माताएं बहने हैं जिन्होंने सरकार के तीन तलाक बिल का समर्थन किया था और मुबारकबाद भी दी थी। सांसद के अनुसार उन्होंने लोकसभा में यह भी कहा कि आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री इन्हीं महिलाओं के खिलाफ गलत बयानबाजी कर रहे हैं जो उचित नहीं है और देश के प्रधानमंत्री भी शाहिनबाग को प्रयोग बताते हैं जबकि मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि यह प्रयोग नहीं एक संयोग है।