जिले में चोरी, लूट, डकैती, हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रहीं हैं। पुलिस पर आरोपियों से सांठगांठ के आरोप लग रहे हैं तो हालही में ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं, जिनमें आपराधिक गतिविधियों में पुलिस की संलिप्ता मिली है। इन सब पर अंकुश लगाने की जगह पुलिस अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। चितौरा में हुई चोरी सह लूट कहे जाने वाले इस मामले में कोई भी अधिकारी जवाब देने तैयार नहीं है। गल्ला व्यापारी अजय जैन की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने बुधवार रात 8.59 बजे एफआइआर दर्ज कर ली थी। घटना के संबंध में जब थाना पुलिस से जानकारी नहीं मिली तो सीएसपी नीलम चौधरी से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने थोड़ी देर में बात करने का बोल जवाब नहीं दिया। मामले को लीड कर रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सिन्हा हर बार की तरह मौन रहे। वहीं एसपी विकास शाहवाल से बात की तो उन्होंने एडिश्नल एसपी द्वारा जांच किए जाने का बोल जवाब देने से पल्ला झाड़ लिया। यह पहला मामला नहीं है, इसके पहले भी थाना स्तर के मामलों में पुलिस महानिरीक्षक को दखल देना पड़ा है।