भादो पूर्णिमा से ही पितृपक्ष शुरू हो गया है। पितृपक्ष में पितरों को याद किया जाता है। माना जाता है कि इन दिनों में पितरों को खुश करने के लिए श्राद्ध और दान किया जाता है। 28 सितंबर को पितृ अमावस्या है, यानि कि इस दिन श्राद्ध पक्ष खत्म हो जायेगा। इसे सर्वपितृ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इसे पितृ विसर्जनी भी कहा जाता है।
कहा जाता है कि श्राद्ध के महीने में कई घरों में पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है तो कई से पितर नाराज रहते हैं। ऐसे में अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपके पितर आपसे प्रसन्न हैं या नहीं, तो इन संकेतों से आप पता कर सकते हैं। अगर आपको भी इस तरह के संकेत मिल रहे हैं तो समझ लीजिए कि आपके पितर आपसे प्रसन्न हैं।
श्राद्ध के महीने में अगर आपको रुका हुआ धन मिलने लगे तो समझ लीजिए कि आपके पितर आपसे प्रसन्न हैं। इसके अलावा इस महीने में कहीं से अचानक धन प्राप्त हो जाए तो ये भी पितर के प्रसन्न होने के संकेत है।
अगर श्राद्ध के महीने में कोई रुका हुआ काम पूरा होने लगे तो तो ये भी पितरों के प्रसन्न होने के संकेत हैं। अगर कोई भी काम पूरा ना हो रहा है और पितरों के याद करने मात्र से ही सफल हो जाए तो समझ लीजिये कि आपके ऊपर पितरों की कृपा है।
अगर सपने में पितर दिखाई दें या याद आ रहे हैं तो ये भी पितरों के खुश होने के संकेत है। अगर सपने में आपको सांप दिखाई दे और उसे देखकर आप प्रसन्न हो रहे हैं तो ये संकेत बताते हैं कि आपके पितर आपसे प्रसन्न हैं।