निजी में 40, शासकीय में 15 प्रतिशत हुआ कोर्स
बच्चों का साल खराब नहीं हो, इस कारण शासन ने ऑनलाइन सहित विभिन्न माध्यमों से बच्चों को पढ़ाने के निर्देश दिए। ऐसे में निजी विद्यालयों द्वारा तो जैसे तैसे करीब 40 प्रतिशत कोर्स करवाया है। लेकिन शासकीय विद्यालयों में 15 से 20 प्रतिशत भी कोर्स पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में बच्चों की बौद्धिक क्षमता पर भी प्रभाव पड़ रहा है। बच्चों को भले ही अगली कक्षा में पदोन्नत कर दिया जाएगा। लेकिन उनका ज्ञान अपेक्षाकृत कम ही रहेगा।
घर पर ध्यान देना जरूरी बच्चों पर माता पिता को ध्यान देने की जरूरत है। उन्हें बेहतर माहौल देने के साथ ही अच्छे संस्कार और पढ़ाई के प्रति अपडेट रखें। अभी पस्थितियां ठीक नहीं है। इस कारण ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ही बच्चों के परिजनों को अतिरिक्त मेहनत करना होगी।
वैसे तो बच्चे आ रहे हैं, लेकिन मीडिल क्लास के बच्चों को लेकर परिजन डरे हुए हैं।हम सभी प्रोटोकॉल फालो करते हुए आगे बढ रहे हैं। जो बच्चे नहीं आ रहे हैं। शिक्षकों द्वारा उन्हें कॉल कर फीडबैक लिया जा रहा है।
बीएस बिसारिया, डीईओ