पूछताछ चल रही
रायपुर और भिलाई में पकड़े गए आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है कि उन्हें रेमडेसिवीर इंजेक्शन कहां से मिला और उनके साथ कौन-कौन मिले हुए हैं। रायपुर में आरोपियों से पूछताछ कर रहे टीआई रमाकांत साहू ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल आरोपियों ने इंजेक्शन के बारे में ज्यादा बताया नहीं है।
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उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कोरोना वॉयरस से संक्रमित गंभीर मरीजों को यह इंजेक्शन लगाया जा रहा है। पूरे प्रदेश में इसकी डिमांड है। सप्लाई कम होने के कारण इसकी कालाबाजारी शुरू हो गई है। कई निजी अस्पतालों में धड़ल्ले से इसका उपयोग किया जा रहा है। महंगा होने के कारण इसके चलते मरीजों के उपचार का खर्च भी बढ़ रहा है।
बड़ा रैकेट सक्रिय
शासकीय अस्पतालों में रेमडेसिवीर की किल्लत है, लेकिन निजी अस्पतालों में इसका भरपूर स्टॉक है। सरकारी अस्पतालों में भर्ती कोरोना से पीड़ित मरीजों के परिजनों को बाहर से इंजेक्शन लाने कहा जाता है। लेकिन मेडिकल स्टोर व अन्य स्थानों शार्टेंज बताकर नहीं दिया जाता है, जबकि निजी अस्पतालों में यह आसानी से उपलब्ध हो रहा है। इसके अलावा जरूरतमंदों को मेडिकल फिल्ड से जुड़े कुछ लोग ब्लैक में कई गुना अधिक रेट में इंजेक्शन बेच रहे हैं।
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टीआई रमाकांत साहू ने कहा, रेमडेसिवीर इंजेक्शन का सौदा करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल उनके पास से इंजेक्शन बरामद नहीं हुआ है।