रायपुर में भी हुआ था अजमेर जैसा हादसा, 18 से ज्यादा लोगों की गई थी जान, जानें पूरा मामला…
CG News: रायपुर में सड़क हादसे से कभी भी राजधानी रायपुर की सड़क दहल सकती है। रोजाना विस्फोटक और ज्वलनशील पदार्थ लेकर दौड़ रहे तेज रफ़्तार टैंकर से हादसा हो सकता है।
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर में सड़क हादसे से कभी भी राजधानी रायपुर की सड़क दहल सकती है। रोजाना विस्फोटक और ज्वलनशील पदार्थ लेकर दौड़ रहे तेज रफ़्तार टैंकर से हादसा हो सकता है। 19 साल पहले 2005 में दीपावली के दौरान रायपुरा चौक में थिनर से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया था। इसे डीजल समझकर स्थानीय लोग बाल्टियां लेकर पहुंचे थे। इसी दौरान अचानक आग लगने और विस्फोट होने से 11 लोगों की मौत और 23 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे।
इस वीभत्स घटना के बाद पूरे इलाके में सन्नाटा पसर गया था। घटना के दौरान स्थानीय टीआई कुमारी बाई चंद्राकर भी हादसे में बाल-बाल बच गई थी। इस घटना के बाद राज्य पुलिस ने रिंग रोड में चौकसी बढ़ाने के साथ ही सती बरतनी शुरू की। लेकिन, कुछ सालों बाद फिर से लापरवाही शुरू हो गई है। रिंग रोड से भारी वाहनों और एक्सप्लोसिव वाहनों का बेतरतीब आना-जाना शुरू हो गया है।
शहर के साथ ही आउटर में पेट्रोल-डीजल और विस्फोटक से भरे ट्रक एवं टैंकर सड़कों के किनारे पार्क किए जा रहे है। इसके बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं हो रही है। बता दें कि जयपुर-अजमेर मार्ग में हुए भीषण हादसे में 12 लोग जिंदा जल गए। वहीं 40 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। इस हादसे में 40 वाहनें भी जलकर राख हो गई।
सड़क पर टैंकर खड़े करने वालों पर होगी कार्रवाई
अजमेर-जयपुर हाइवे में ज्वलनशील पदार्थ से लोड टैंकर में आग लगने की घटना के बाद रायपुर ट्रैफिक पुलिस भी सक्रिय हो गई है। शनिवार को मंदिरहसौद स्थित एचपीसीएल गोदाम के आसपास सड़क पर खड़े होने वाले टैंकरों को हटवाया गया। सड़क पर टैंकर खड़े करने पर कार्रवाई की गई। इसके अलावा कंपनी और एफसीआई के प्रबंधकों की बैठक ली गई।
उन्हें ज्वलनशील पदार्थ वाले टैंकरों को सड़क पर नहीं खड़े करने की चेतावनी दी गई। नो पार्किंग में वाहन खडे़ करने वालों के खिलाफ परमिट निरस्त करने और ड्राइवर के लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई करने पर निर्णय लिया गया। बैठक में ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर, गुरजीत सिंह, टीआई सचिन सिंह, आरटीआई निरीक्षक अनीस बघेल, नवल किशोर कश्यप, एचपीसीएल से कमलेश साहू तथा भारतीय खाद्य निगम से पुलकित माहेश्वरी शामिल थे।
एचपीसीएल के साहू ने बताया कि उनके संस्थान के भीतर 200 वाहनों की पार्किंग के लिए नया पार्किंग स्थल विकसित हो रहा है। ये 2 माह में पूरा जाएगा। इसके बाद बाहर वाहन खड़े नहीं होंगे। ट्रैफिक पुलिस ने सड़क पर खड़े वाहनों पर कार्रवाई करते हुए 12 टैंकर-ट्रक नो पार्किंग के तहत ई-चालान की कार्रवाई की।
हर हादसे की जांच
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों को देखते हुए राज्य अंतरविभागीय लीड एजेंसी अध्यक्ष एवं एआईजी ट्रैफिक संजय शर्मा को दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण करने कहा गया है। बता दें कि प्रदेश में रोजाना सड़क हादसों में 19 की मौत और 38 लोग घायल हो रहे है। यह पिछले साल की अपेक्षा हादसों और मौत के ग्राफ का 5 फीसदी ज्यादा है।
सड़कों को बनाया पार्किंग
मंदिरहसौद स्थित पेट्रोलियम और गैस डीपों में रोजना सैकड़ों टैंकरों का आवागमन होता है। इनके टैंकर सड़कों के किनारे ही लापरवाहीपूवर्क खडे़ रहते है। लेकिन, इनके खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं होती। खतरनाक तरीके से खडे़ होने वाले इन वाहनों से कभी भी हादसा हो सकता है। इसके बाद भी राज्य पुलिस का अमला कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है। राजधानी रायपुर की सीमा से लेकर आउटर में इन वाहनों की रोकने और नाकेबंदी के लिए कोई व्यववस्था तक नहीं की गई है।
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